कौशाम्बी ज़िला जेल में महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र के जाप से बदल रहा बंदियों का व्यवहार

कौशाम्बी,

ज़िला जेल में महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र के जाप से बदल रहा बंदियों का व्यवहार,

यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति के आदेश जारी होने के बाद कौशांबी ज़िला जेल में महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र का जाप किया जा रहा है। जेल में बंद बंदी भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है। इस मंत्र के जाप से बंदियों के मन को शान्ति मिलेगी।

ढोल मजीरा के धुन पर महामृत्युंजय और गायत्री मंत्र का जाप करते यह तस्वीर किसी मंदिर की नही, बल्कि कौशांबी ज़िला जेल की है। जहाँ पर बंदी सुबह शाम मानसिक शान्ति के लिए जाप करते है। इस मंत्र के जाप से कैदियों के व्यवहार में भी बड़े बदलाव की उम्मीद है। जेल में बंद अलग अलग तरह के अपराधी है। जो अपनी सजा काट रहे है। इधर दो सालों से कोरोना के कारण ठीक से अपने परिवार से भी बात नही कर सके, इसके चलते बंदियों पर मानसिक अवसाद था। लिहाज़ा सरकार ने बंदियों के मन की शान्ति के लिए गायत्री मंत्र के जाप का बड़ा फैसला लिया। दरअसल इसके पीछे सरकार की मंशा है कि जब कैदी जेल से अपनी सजा काट कर बाहर निकले तो उनका मन शान्त होगा, और वो आम नागरिकों की तरह अपना जीवन व्यतीत कर सके।

जिला जेल अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि सुबह गिनती के बाद सभी बंदी सर्किल में खड़े होते है। गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र 5-5 मिनट पढ़ते है। इससे उनको काफ़ी मन की शान्ति मिलती है। साथ ही एक टीम का गठन भी किया गया है। जो रोज़ भगति संस्कृति से सम्बंधित कार्यक्रम करते है। इससे काफ़ी फर्क पड़ा है। जो मन मे उनके चिंताए रहती थी। भगति से वैसे भी आदमी प्रभावित, ठीक होता है। संगीत सब के लिए अच्छा है, इससे मन को शान्ति मिलेगी।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor