कौशाम्बी,
यूपी बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या का बयान ने माना डिप्टी सीएम के गृह जनपद में शिक्षा का अभाव,
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में यूपी बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या दो दिवसीय दौरे पर है। आयोग की सदस्या ने कौशाम्बी जिले दौरे के दूसरे दिन मीडिया से रूबरू होते हुए एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कौशांबी जिले में शिक्षा का बड़ा अभाव है। यही कारण है कि यहां बाल अपराध ज्यादा दिख रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करें।
बाल अधिकार आयोग की सदस्य निर्मला पटेल बृहस्पतिवार को कौशांबी जिले के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची। जहां उन्होंने अपने दौरे के पहले दिन जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। वहीं उन्होंने दौरे के आखिरी दिन वन स्टॉप सेंटर, किशोर न्याय बोर्ड आदि जगह का दौरा कर जिले में बाल अपराधों की समीक्षा किया। इसके बाद वह कड़ा धाम थाना क्षेत्र की एक रेप पीड़िता किशोरी से भी मिलकर उसका हालचाल जाना। बाल अपराधों की समीक्षा के बाद आयोग की सदस्या निर्मला पटेल ने मीडिया से रूबरू होते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशाम्बी की शिक्षा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कौशांबी जिले में जिस प्रकार बाल अपराध बढ़ रहा है इसका कारण है कि हमारे पास शिक्षा का अभाव है। आयोग की सदस्य निर्मला पटेल ने बताया कि आज उन्होंने वन स्टॉप सेंटर और किशोर न्याय बोर्ड में समीक्षा के दौरान कुछ बालक और बालिकाओं से बात किया। जिससे यह पता चला कि कोई भी बालक और बालिका पांचवी से ज्यादा पढ़ाई नहीं की, यही कारण है कि कौशांबी जिले में बाल अपराध बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा की किसी भी स्कूल से दो सौ मीटर की दूरी पर किसी भी नशे की दुकान नही होगी। उन्होंने कहा कि डीएम एसपी और सीडीओ को निर्देश दिया गया है, कि वह जुलाई माह में एक वृहद स्तर पर अभियान चलाकर लोगों को पढ़ाई की ओर ध्यान आकर्षित करें। जब लोगों का ध्यान पढ़ाई की ओर आकर्षित होगा तो बाल अपराधों में कमी आएगी।