जेल प्रशासन की अनूठी‌ पहल, बंदियों को दी जा रही‌ रोजगार परक ट्रेनिंग

कौशाम्बी

जिला जेल जेल में सजा काटने के बाद रिहा हुए बंदी दोबारा अपराध की दुनिया में कदम न करें, इसके लिए कौशांबी कारागार प्रशासन ने अनूठी पहल की है। कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जेल में सब्जी नर्सरी के साथ आधुनिक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे वह जेल से रिहा होने के बाद खुद को आत्मनिर्भर बनाते हुए दूसरों को भी हुनरमंद बना सकें। इसके लिए बंदियों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कौशांबी जेल बंदियों के द्वारा बनाए गए काऊ कोट की सराहना की थी। डीजी जेल आनंद कुमार ने बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक अनूठी पहल की है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत कारागार में सजा काट रहे कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें आधुनिक खेती व सब्जी, नर्सरी की विधियों से रूबरू कराया जा रहा है। इसके लिए जिला कारागार कौशाम्बी में 10 दिवसीय रोजगार प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया। यह प्रशिक्षण 13 जनवरी तक चलेगा। जेल अधीक्षक बीएस मुकुंद ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। जेल अधीक्षक बीएस मुकुंद ने बताया कि जेल में 35 बंदी खेती कर रहे हैं। पहले उन्हें प्रशिक्षित करते हुए आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इसके बाद खेती के प्रति अच्छा रुझान रखने वाले अन्य बंदियों को भी आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया जाएगा। जेल से रिहा होने से पहले बंदी आत्मनिर्भर हो जाएगा तो वह अपराध की दुनिया में दोबारा कदम नहीं रखेगा।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor