विकास कार्यो की मांगी जानकारी,मिला कचरे से भरा डिब्बा,प्रभारी मंत्री के सामने खोला गया डिब्बा,मची खलबली

कौशाम्बी

चायल ब्लॉक के सिंहपुर ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों की सूचना गांव के एक व्यक्ति ने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत छह माह पूर्व मांगी थी। इसके लिए नियमानुसार उसने 5740 रुपये भी जमा किया, लेकिन सूचना नहीं दी गई। राज्य सूचना आयोग लखनऊ में अपील के बाद दो दिन पूर्व संबंधित व्यक्ति को मनौरी डाकघर से एक बॉक्स मिला, जिसे उसने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के सामने खोला। उस बाक्स में से खाली सिगरेट का डिब्बा, बोतल, बालू, गिट्टी समेत अन्य सामग्री मिली तो खलबली मच गई।ग्राम पंचायत सिंहपुर के सूरज कुमार द्विवेदी का आरोप है कि ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों में काफी गड़बड़ी की गई है। इस संबंध में उन्होंने सितंबर 2020 में गांव में कराए गए विकास कार्यों की सूचना जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत खंड विकास अधिकारी से मांगी थी।सूचना नहीं मिली तो सीडीओ कार्यालय में अपील किया। लेकिन सूचना नहीं दी गई। इसके बाद उसने राज्य सूचना आयोग कार्यालय में अपील किया। वहां पर पक्ष रखने के लिए तलब किया गया। सूरज कुमार द्विवेदी का कहना है कि उसने सूचना प्राप्त करने के लिए 5740 रुपये बैंक में जमा किया है, लेकिन सूचना नहीं दी गई। 16 मार्च को मनौरी डाकघर से नौ किलो का बॉक्स मिला। जिसे पुख्ता जानकारी मानकर कलेक्ट्रेट में अधिकारियों सामने खोलने का फैसला किया। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रभारी मंत्री समेत अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे। वहां पर वह बॉक्स लेकर पहुंचा। डीपीआरओ गोपाल जी ओझा व चायल विधायक संजय गुप्ता के सामने कागज के बाक्स को खोला गया। बॉक्स में खाली बोतल, सिगरेट का डिब्बा, बाल, गिट्टी बालू समेत अन्य सामग्री मिली है। यह गांव में कराए गए विकास कार्यों की सूचना के नाम पर भेजी गई। जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है। प्रथमदृष्टया किसी बाहरी व्यक्ति का कार्य लग रहा है। फिर भी पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जो दोषी होगा उस पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor