राष्ट्रीय/कौशाम्बी
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में रात दो बजे दुर्घटना के बाद जिप्सी में लगी आग से जान गंवाने वाले जवानों में पइंसा के अजीत कुमार शुक्ला भी थे। यह मनहूस सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। बूढ़े माता पिता को लोग दिन भर ढांढस बंधाते रहे। अंतिम संस्कार पैतृक गांव में ही किया जाएगा। शाम तक शव नहीं लाया जा सका था, इसलिए अनुमान है कि शुक्रवार को ही अंत्येष्टि होगी।
उदहिन बुजुर्ग निवासी राधा कृष्ण शुक्ल के पुत्र अजीत कुमार शुक्ल (40) आर्मी में बठिडा की 47-एडी यूनिट में हवलदार थे। वह 2003 में फौज में शामिल हुए थे। पत्नी प्राची शुक्ला, पुत्र आदित्य व पुत्री रिद्धिमा भी अजीत के साथ भठिंडा में ही उनके साथ थे। पिता राधाकृष्ण व मां वेदकुमारी उदहिन बुजुर्ग गांव में ही रहते हैं। अजीत के बड़े भाई की बीमारी के चलते कई साल पहले मौत हो चुकी है। बहन मनीषा की शादी हो चुकी है। बुधवार देर रात पत्नी प्राची के पास यूनिट के किसी अफसर ने यह मनहूस खबर दी। पिता व मां खबर सुन बदहवास हो गए। उनके रोने-चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसियों के अलावा ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए।