कौशाम्बी,
कौशाम्बी में भ्रष्टाचार का बोलबाला,पुरानी ईंटों से ही ठेकेदार बना रहा है मूरतगंज रोडवेज बस अड्डा,प्रशासन मूकदर्शक,
यूपी की योगी सरकार के सख्त आदेश के बावजूद कौशाम्बी जिले में भ्रष्टाचार का बोलबाला है,अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से भ्रष्टाचार फल फूल रहा है और जनता इसका खामियाजा आने वाले समय में भुगतेगी।
ताजा मामला नगर पालिका परिषद भरवारी के वार्ड नम्बर 25 पं दीनदयाल उपाध्याय नगर के मूरतगंज पक्का तालाब के निकट निर्माणाधीन परिवहन विभाग के पुराना बस अड्डे का है जहा काफी दिनों से रोडवेज का बस अड्डा जर्जर हालत में चल रहा था। स्थानीय लोगों की सिफारिश पर परिवहन विभाग ने उसे उसी स्थान पर नया बनाने के लिए पत्राचार किया तो सर्वे के बाद जर्जर बस अड्डे को बनाने का टेंडर लगभग 86 लाख में किया गया।
फरवरी माह से एक कार्यदायी संस्था इसे बनाने का काम कर रही है। स्थानीय लोगों की माने तो बस अड्डे को बनाने में लगाई गयी कार्यदायी संस्था मानक को दर किनार कर बस अड्डे की बिल्डिंग का निर्माण कर रही है। बस अड्डे का निर्माण करने वाली कार्यदायी संस्था पर स्थानीय लोगों का आरोप लगाया है कि ठेकेदार, जेई व एई की मिली भगत से बिल्डिंग निर्माण में लगाई जाने वाली ईंटों को ठेकेदार नई न लगाकर अपनी बचत के लिए पुरानी ईंटों से ही बनवा दिया है।
इसके साथ ही ज्यादातर पुरानी ईंटों से निर्माण करायी गयी दीवारों को ठेकेदार ने पोल खुलने के डर से प्लास्टर भी करा दिया है। इसके अलावा बस अड्डे के निर्माण में पीने के पानी के लिए की गयी बोरिंग में भी ठेकेदार ने मानक को दर किनार कर क्षमता से कम पाइप डालकर बोरिंग की है जिसका नतीजा यह कि बीते पांच माह से निर्माण काम चालू होने के बाद भी बोरिंग से गंदा पानी ही निकल रहा है। स्थानीय लोगों ने घटिया निर्माण को लेकर परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों सहित जिलाधिकारी कौशाम्बी से हो निर्माण के जांच की मांग की है।
मूरतगंज निवासी स्थानीय लोगो का कहना है कि जिस जगह पर बस अड्डे का निर्माण हो रहा है ठेकेदार, जेई व ए ई की मिली भगत से पुरानी ईंटों का प्रयोग किया जा रहा है। ज्यादातर काम को छिपाने के लिए ठेकेदार ने प्लास्टर भी करा दिया है। सम्बंधित अधिकारियों को इस हो रहे निर्माण की जांच करनी चाहिए।