अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर कौशाम्बी पुलिस की मानवीय पहल,दिब्यांग माता पिता से बेटे ने मांगी माफी, वृद्ध माता-पिता को मिला घर और सम्मान

कौशाम्बी,

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर कौशाम्बी पुलिस की मानवीय पहल,दिब्यांग माता पिता से बेटे ने मांगी माफी, वृद्ध माता-पिता को मिला घर और सम्मान,

यूपी के कौशाम्बी जिले में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर एक भावुक घटना ने मानवता की एक नई मिसाल पेश की। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव की जनसुनवाई में सोमवार को एक वृद्ध महिला ने अपने आंसुओं में डूबी पीड़ा व्यक्त करते हुए पुलिस कार्यालय में गुहार लगाई थी। उन्होंने अपने बेटे और बहू पर घर से निकालने और भूख से तड़पाने का गंभीर आरोप लगाया था। महिला की दास्तान सुनने के बाद एसपी ने तत्काल कोखराज थाना प्रभारी को मौके पर जाने का निर्देश दिया और मामले का निस्तारण करने के लिए कहा।

एसपी के आदेश पर कोखराज थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे, तो वृद्ध महिला का बेटा और बहू गायब मिले।जिसके बाद सीओ सिराथू अवधेश विश्वकर्मा स्वयं मौके पर पहुंचे। उन्होंने बेटे अनिल से से गहन वार्ता की और उसे उसके कर्तव्यों का बोध कराया। मानवीय संवेदना और वृद्ध माता-पिता के प्रति सम्मान की भावना जगाकर, सीओ ने बेटे के हृदय में पश्चाताप की चिंगारी जलाई। युवक ने अपनी गलती मानते हुए माता-पिता से हाथ जोड़कर और पैर छूकर क्षमा मांगी और पुनः उन्हें अपने घर में सम्मान सहित स्थान दिया। साथ ही, भविष्य में उनकी देखभाल करने का पक्का भरोसा दिलाया।

 

यह घटना केवल एक परिवार की कहानी नहीं है, बल्कि समाज में बढ़ती दूरी और दरारों को पाटने की कोशिश का प्रतीक है। कौशाम्बी पुलिस की यह मानवीय पहल यह साबित करती है कि सही समय पर सही कदम उठाने से टूटते रिश्तों को फिर से जोड़ा जा सकता है। वृद्धजन दिवस पर यह प्रयास वृद्ध माता-पिता के सम्मान और अधिकारों की पुनर्स्थापना के रूप में एक प्रेरणादायक कदम बनकर उभरा है।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor