कौशाम्बी में ऑपरेशन “साइबर कवच” के अन्तर्गत साइबर थाना पुलिस द्वारा 12 पीडित व्यक्तियों की शत प्रतिशत धनराशि 5.76.000/- रु0 करायी गयी वापसी

कौशाम्बी,

कौशाम्बी में ऑपरेशन “साइबर कवच” के अन्तर्गत साइबर थाना पुलिस द्वारा 12 पीडित व्यक्तियों की शत प्रतिशत धनराशि 5.76.000/- रु0 करायी गयी वापसी,

यूपी के कौशाम्बी एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में चलाये जा रहे ऑपरेशन “साइबर कवच” के अन्तर्गत साइबर थाना कौशाम्बी के द्वारा साइबर टेक्नोलॉजी सर्विलांस का उपयोग करते हुये पूर्व में हुये साइबर फ्रॉड के सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही करते हुये पीड़ितों के साथ हुए आनलाइन फ्रॉड की धनराशि को सम्बंधित बैंक/इंटरमीडियरी/गेट-वे कम्पनी से संपर्क स्थापित करते हुए 12 पीड़ित व्यक्तियों की शत् प्रतिशत धनराशि कुल 5,76,000/- रु० उनके खातों में वापस करायी गयी।

कौशाम्बी जिले में आजकल आये दिन साइबर अपराधियों द्वारा आम जनमानस को भ्रमित करते हुये उनके द्वारा ओटीपी प्राप्त कर अथवा अन्य प्रकार से फ्रॉड करके रूपये अपने खातों में स्थानान्तरित करा लिये जाते है,जिसके सम्बन्ध में पुलिस टीम द्वारा समय समय पर जागरूकता अभियान चलाकर आम जनमानस को जागरूक किया जाता है तथा फ्रॉड होने पर 1930 पर कॉल करके अथवा www.cybercrime.gov.in पर अविलम्ब सूचना देने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। फिर भी प्रायः अपराधी फ्रॉड करने में सफल हो रहे है। फ्रॉड के सम्बन्ध में साइबर थाना कौशाम्बी की संवेदनशीलता और सक्रियता से अलग अलग पीड़ितों के साथ हुए फ्रॉड की धनराशि उनके खाते में वापस कराने में सफलता प्राप्त की गयी है।

कार्यवाही के दौरान सर्वप्रथम साइबर पुलिस द्वारा सन्दिग्ध व्यक्तियों के खाते में उपस्थित धनराशि को होल्ड कराया जाता है ताकि अपराधी उसे निकाल ना सके, तत्पश्चात धनराशि को धारा-503 बीएनएसएस के अन्तर्गत मा० न्यायालय से अनुमति प्राप्त कर पीड़ित अधिकृत व्यक्तियों को वापस कराया जाता है।

एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने सर्वसम्बन्धित को सूचित किया है कि साइबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल सूचना अंकित कराये, सूचना विलम्ब से देने पर साइबर अपराधियों द्वारा धन निकाल लिया जाता है। धन निकलने के उपरान्त पैसे वापस होने की सम्भावना बहुत कम होती है। लोगो को साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओ०टी०पी०, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें। फ्रॉड ट्रांजेक्सन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं थानों पर गठित साइबर हेल्प डेस्क को सूचना दें। साइबर हेल्पलाइन 1930 अथवा www.cybercrime.gov.in पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएँ।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor