भारतीय शास्त्रीय संगीत के वरिष्ठतम बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी 7 को आयेंगे कौशाम्बी,भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी मे आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल

कौशाम्बी: भारतीय शास्त्रीय संगीत के वरिष्ठतम बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी 7 को आयेंगे कौशाम्बी,भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी मे आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल,

यूपी के कौशाम्बी जिले के भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी में 07 नवंबर 2025 को भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने हेतु स्पिक मैके उत्तर प्रदेश संस्था द्वारा सांस्कृतिक कला को बढ़ावा देने हेतु अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वरिष्ठतम बांसुरी वादकों में से एक पंडित चेतन जोशी का आगमन हो रहा है।

उक्त जानकारी भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी के निदेशक संदीप सक्सेना ने देते हुए बताया कि पिछले तीस से भी अधिक वर्षों से पंडित चेतन जोशी ने भारत तथा भारत से बाहर अनगिनत कार्यक्रमों में अपने कला का प्रदर्शन किया है।इस लंबी यात्रा के दौरान चेतन जोशी ने अपनी एक अद्वितीय वादन शैली विकसित की है तथा बांसुरी वादन के क्षेत्र में कई नवप्रयोगों को परिष्कृत किया जो अब उनकी विशिष्ट पहचान बन गए हैं।

उन्होंने बताया कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वर्ष 2019 के लिए आपको केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी अवार्ड प्रदान किया था। वर्ष 2006 में झारखंड सरकार द्वारा राज्यीय सरस्वती सम्मान आपको प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त सुर मणि, विश्मिल्लाह सम्मान, सरस्वती सम्मान, महाराज स्वाति तिरुनाल अवार्ड, संगीत समाज सेवा अवार्ड, कला रत्न सम्मान, संगीत गौरव अवार्ड, स्वर भारतीय अवार्ड, सा मा संगीत तेजस्वी सम्मान तथा ऐसे कई सम्मान व उपाधियाँ संगीत के क्षेत्र में आपकी उपलब्धियों व योगदान के लिए समय समय पर प्रदान किए गए हैं।

चेतन जोशी, विश्व विख्यात बांसुरी वादक स्वर्गीय पंडित रन्नूजू सेठ (मुंबई) तथा स्वर्गीय पंडित भोलानाथ प्रसन्ना (प्रयाग) के वरिष्ठ शिष्यों में से एक हैं। चेतन जोशी सुविख्यात गायक स्वर्गीय आचार्य जसराज (बोकारो) तथा पद्मभूषण पंडित अरविंद चक्रवर्ती (कोलकाता) से भी मार्गदर्शन लिया है।

चेतन जोशी ने विदेशों में कला प्रदर्शन भी किया है, भारत के भी लब्धप्रतिष्ठित संगीत समारोहों में आपने बांसुरी वादन प्रस्तुत किया है, जिनमें प्रमुख हैं- संकटमोचन संगीत समारोह (वाराणसी), बाबा हरिहरवल्लभ संगीत सम्मेलन (जालंधर), तानसेन समारोह (ग्वालियर), कालिदास समारोह (उज्जैन), विश्व बांसुरी महोत्सव (दिल्ली), भास्कर राव संगीत समारोह (नांदेड़), ताज महोत्सव (आगरा), स्वरमाला (वाराणसी) इत्यादि।

बांसुरी वादन के अतिरिक्त आपने अनेक नृत्य नाटिका, नाटक तथा वृत्तचित्रों का संगीत निर्देशन भी किया है। वर्ष 2023 में दिल्ली में G-20 देशों के राष्ट्र अध्यक्षों के मुख्य भारत के 202 दुर्लभ वाद्यों की वाद्यवृंद परिनति “गंधर्व ऑटोड्रम” का संगीत निर्देशन अपने सफलता पूर्वक किया।

स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने के उपलक्ष्य में देश को उपहार स्वरूप 75 युवा “बांसुरी सहार” देने का आपका असोका संकल्प भी वर्ष 2022 में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। संगीत के व्यवहारिक तथा शास्त्रीय पक्ष पर आपके व्याख्यान, लेख, साक्षात्कार आदि प्रकाशित होते ही रहते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में इस तरह के आयोजन से छात्रों को संगीत के क्षेत्र में नई प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी के निदेशक संदीप सक्सेना ,कोषाध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल,उप-प्रधानाचार्य सुधाकर सिंह,स्कूल कॉर्डिनेटर मोहम्मद नसीम एवं समस्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी तथा तबला वादक मनोज कुमार श्रीवास्तव द्वारा स्कूल में छात्रों के बीच कार्यक्रम की उपस्थिति तथा अपने कुशल अनुभव को छात्रों के बीच साझा करने के लिए अपना समय निकालने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए खुशी व्यक्त किया है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor