कौशाम्बी:भरवारी रेलवे क्रॉसिंग पर जाम के झाम से जल्द मिलेगी निजात,क्रासिंग कर रेल ब्रिज निर्माण के लिए रेलवे GM ने DRM के साथ किया निरीक्षण,
यूपी के कौशाम्बी जिले के भरवारी रेलवे क्रॉसिंग पर जाम के झाम से लोगों को जल्द निजात सकता है,रेलवे क्रासिंग कर रेल ब्रिज निर्माण के लिए GM सुरेश पाल सिंह ने DRM रजनीश अग्रवाल और ADRM नवीन प्रकाश के साथ गुरुवार को निरीक्षण किया है, उन्होंने कई एंगल से निरीक्षण कर सम्बंधित को निर्देशित किया है।रेलवे के अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान लोगो में हड़कंप की स्थिति बनी रही।
उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के GM नरेश पाल सिंह DRM रजनीश अग्रवाल और ADRM नवीन प्रकाश सहित टेक्निकल विभाग की टीम के साथ गुरुवार को भरवारी रेलवे क्रासिंग का निरीक्षण किया,यह निरीक्षण हावड़ा-दिल्ली के व्यस्ततम रूट पर लगने वाले भीषण जाम से निजात पाने के लिए प्रस्तावित रेलवे अंडरपास ब्रिज (ROB) के निर्माण के संबंध में किया गया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने भरवारी रेलवे फाटक के पास, पानी टंकी स्थित राधा कृष्ण मंदिर से भरवारी बस स्टॉप तक बंद पड़ी पुरानी प्राइमरी पाठशाला की तरफ भी निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है।
भरवारी रेलवे क्रॉसिंग पर पिछले कई वर्षों से गंभीर जाम की समस्या बनी हुई है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या के स्थायी समाधान के लिए रेलवे के उच्च अधिकारियों ने RUB निर्माण के लिए निरीक्षण के निर्देश दिए थे।जिसको लेकर GM,DRM,ADRM ने संबंधित अधिकारियों और टेक्निकल टीम के साथ निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया और संबंधित को आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए DRM प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल ने बताया कि ट्रेनों की गति बढ़कर अब 160 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। ऐसे में लेवल क्रॉसिंग को बंद करना रेलवे की योजना का हिस्सा है। इसी के तहत भरवारी रेलवे फाटक पर RUB का निर्माण प्रस्तावित है।जांच कर ली गई है,स्थानीय अधिकारियों और स्थानीय लोगों की सहमति भी मिल गई है,जांच रिपोर्ट आने के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
इस निरीक्षण के दौरान रोहित वैश्य राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ग्लोबल मानवाधिकार नरवाडे आयोग भारत एवं रेलवे के कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें एसएसई टीम, आईडब्ल्यू टीम और आरपीएफ पुलिस शामिल थे।








