22 मई से शुरू हुआ पीएम किसान सम्मान निधि संतृप्तीकरण अभियान,10 जून तक चलाया जाएगा वृहद् अभियान

उत्तर प्रदेश,

22 मई से शुरू हुआ पीएम किसान सम्मान निधि संतृप्तीकरण अभियान,10 जून तक चलाया जाएगा वृहद् अभियान,

न्यूज ऑफ इंडिया ( एजेन्सी)

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पर कृषि विभाग द्वारा चलाए जा रहे डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान के संदर्भ में प्रेस वार्ता की। उन्होंने प्रेस वार्ता में मीडिया प्रतिनिधियों को बताया कि किसानों के आय में वृद्धि के उद्देश्य से 2000 रुपये प्रति किस्त की दर से कुल 6000 रुपये वार्षिक, प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत आर्थिक सहायता के रूप में किसानों के बैंक खाते में स्थानांतरित करने के योजना दिसंबर, 2018 से प्रारंभ के गई।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत 2.63 करोड़ कृषक आच्छादित है, जिन्हें अब तक कम से कम एक किस्त से लाभान्वित किया गया है। योजना के प्रारंभ से लेकर अप्रैल, 2023 तक कुल 55882 करोड़ रुपये का भुगतान कृषकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जा चुका है। 2.20 करोड़ कृषकों के भूलेख का विवरण राजस्व कर्मियों द्वारा सत्यापित कर पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड कराया जा चुका है।

अब तक 1.84 लाख कृषकों का ईकेवाईसी पूर्ण किया जा चुका है। 2.19 करोड़ कृषकों का आधार सीडिंग उनके बैंक खाते के साथ किया जा चुका है। भारत सरकार द्वारा योजनांतर्गत 14वीं किस्त प्रदान करने के लिए कृषक का ईकेवाईसी, भूलेख अंकन एवं बैंक खाते के साथ आधार लिंकिंग को अनिवार्य किया गया है। उपरोक्त के पूर्ति हेतु में 22 मई से 10 जून, 2023 तक पीएम किसान संतृप्तीकरण हेतु वृहद् अभियान संपूर्ण प्रदेश में संचालित कर प्रतिदिन लगभग 5000 ग्राम पंचायतों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। अभियान हेतु आयोजित शिविर में कृषि विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग से संबंधित लेखपाल, पंचायत सचिव, पोस्ट ऑफिस के प्रतिनिधि, बैंक के प्रतिनिधि, कॉमन सर्विस सेंटर एवं ग्राम प्रधान द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा।

कृषकों के फेसिअल ईकेवाईसी हेतु भारत सरकार द्वारा मोबाइल ऐप तैयार किया गया है जिससे कृषक स्वयं अपने मोबाइल फ़ोन से अपना व आस-पास के अन्य कृषकों का ईकेवाईसी कर सकेंगे, जिसका उपयोग भी इस अभियान में किया जा रहा है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor