अनाधिकृत रूप से संचालित यात्री वाहनों के खिलाफ 11 से 14 अगस्त तक चलेगा अभियान-परिवहन आयुक्त

उत्तर प्रदेश,

अनाधिकृत रूप से संचालित यात्री वाहनों के खिलाफ 11 से 14 अगस्त तक चलेगा अभियान-परिवहन आयुक्त,

न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी)

उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग परिवहन मंत्री के निर्देशों के अनुपालन में 11 अगस्त से 14 अगस्त तक अनाधिकृत रूप से संचालित यात्री वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में सभी सम्भागीय/सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों, यात्रीकर अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।

परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि प्रदेश के कतिपय मार्गों पर अनधिकृत रूप से यात्री वाहनों का संचालन हो रहा है। इस संबंध में परिवहन मंत्री जी ने सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये हैं, जिसके अनुपालन में प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण मार्गों पर प्रवर्तन टीम द्वारा चक्रानुक्रम ड्यूटी लगाते हुए जॉच की जायेगी। उन्होंने बताया कि जॉच दल द्वारा 08-08 घंटे की शिफ्ट में जांच की जायेगी, इसमें सुबह 06 बजे से अपराह्न 02 बजे तक, अपराह्न 02 बजे से रात्रि 10 बजे तक एवं रात्रि 10 बजे से प्रातः 06 बजे तक यानी 24 घंटे प्रवर्तन टीम जांचकर अनधिकृत वाहनों के संचालन पर अंकुश लगायेगी।

परिवहन आयुक्त ने बताया कि किसी प्रवर्तन अधिकारी के समक्ष किसी प्रकार की कठिनाई या व्यक्तिगत समस्या हो तो उनके स्थान पर अन्य किसी प्रवर्तन अधिकारी की ड्यूटी लगाकर संबंधित अधिकारी इसकी सूचना तत्काल मुख्यालय को उपलब्ध करायेंगे। उन्होंने बताया कि साथ ही सभी प्रवर्तन अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें भी साथ लेकर अनधिकृत संचालन के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए वाहनों को रोडवेज डिपो/वर्कशाप में अनधिकृत वाहनों को खड़ी करेंगे।

परिवहन आयुक्त ने बताया कि इस अभियान के अतिरिक्त संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) अपने संभाग के ऐसे जनपदों के मार्गों को चिन्हित करते हुए जहॉ की अनधिकृत वाहनों का संचालन हो रहा है, जनपदीय परिवहन अधिकारी के साथ उन मार्गों पर विशेष चेकिग अभियान चलायेंगे। साथ ही सभी संभागीय परिवहन अधिकारी प्रतिदिन की कार्यवाही की सूचना मुख्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के संचालन से परिवहन विभाग को न केवल आर्थिक क्षति हो रही है बल्कि परिवहन विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor