अनुपयोगी जमीन में मोटे अनाज की खेती प्रारम्भ करे किसान: सीडीओ

कौशाम्बी,

अनुपयोगी जमीन में मोटे अनाज की खेती प्रारम्भ करे किसान: सीडीओ,

यूपी के कौशाम्बी जिले में खाली पड़ी जमीन में मोटे अनाज अर्थात श्री अन्न की खेती प्रारम्भ करें किसान.. यह उदगार सीडीओ डॉ रवि किशोर त्रिवेदी ने कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित उ.प्र. मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम (राज्य सेक्टर) के अंतर्गत प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम के दौरान कही| यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में आयोजित किया गया जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में सीडीओ डॉ रवि किशोर त्रिवेदी ने दीप प्रज्वलित कर किया।

उन्होंने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षण में आये हुए कृषको से आवाहन किया कि सामान्य भूमि में किसान भाई जो भी खेती कर रहे है वो करें लेकिन उन खेतों में जहां सिचाई की सुविधा कम हो या जो जमीन खाली पड़ी हो उसका उपयोग मोटे अनाजो की खेती हेतु करें जिससे खेती हेतु भूमि का रकबा बढे साथ ही साथ मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा मडुआ, रागी, कोदो, सांवा एवं रामदाना फसलो की खेती हो सके|

कृषि विज्ञान केन्द्र कौशाम्बी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ अजय कुमार ने अवगत कराया कि केन्द्र द्वारा उ.प्र. मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम (राज्य सेक्टर) के अंतर्गत प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम दिनाँक 23 से 26 अगस्त 2023 के दौरान आयोजित किये जायेंगे जिसमे जनपद के सभी विकास खण्ड के 25- 25 कृषक प्रतिभाग करेंग, आगे उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषको को मिलेट्स (मोटे अनाज) की खेती पुनः प्रारम्भ करने हेतु जागरुक करना है।

आज आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में विकास खण्ड चायल एवं मूरतगंज के 25-25 कुल 50 कृषको ने प्रतिभाग किया| इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कृषको को मोटे अनाज की खेती करने के बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की जिसमे उन्होंने कहा कि किसान भाई मोटे अनाज की खेती कम लागत में कर सकते है तथा इसके उत्पाद का सेवन करते हुए उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते है| उप कृषि निदेशक श्री एस. के. तिवारी ने कृषको को मोटे अनाज की खेती के फायदे के बारे में बताया|साथ ही साथ उन्होंने मोटे अनाजो के फसलो कोदो, सांवा, रागी के मिनी किट जिसका जिसका वितरण कृषि विभाग द्वारा खरीफ मौसम में किया गया है उसका विस्तार पूर्वक प्रगति विवरण बताई एवं आगे इस योजना को जनपद में बढ़ावा देने हेतु समय-समय पर प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही|

जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार गौतम ने प्रतिभागियों को मोटे अनाज से सम्बंधित विभागीय योजनाओ के बारे में बताया| कृषि विज्ञान केन्द्र की गृह वैज्ञानिका डॉ मीनाक्षी सक्सेना ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में मोटे अनाजो से बनने वाले विभिन्न प्रकार के व्यंजन के बारे में जानकारी प्रदान की| कार्यक्रम में केन्द्र के सभी वैज्ञानिक, कर्मचारी सहित चायल एवं मूरतगंज विकास खण्ड से आये हुए श्री संतोष कुमार, अनिल कुमार, मुकेश कुशवाहा, राकेश दिवाकर,अरुण लाल, छोटे लाल, पंकज सिंह, गिरीश कुमार, जगजीवन राम इत्यादि कृषको ने प्रतिभाग किया।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor