कौशाम्बी,
डीएम ने जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में अनुपस्थित RBSK टीम के सभी लोगों एवं नोडल चिकित्सा अधिकारियों के गलत प्रसव आंकड़ों के चलते वेतन रोकने के दिए निर्देश,
यूपी के कौशाम्बी डीएम मधुसूदन हुल्गी ने सम्राट उदयन सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की।
बैठक में डीएम ने जननी सुरक्षा योजना, चिकित्सकों एवं सीएचओ की उपलब्धता, आशा कार्यक्रम/आशा भुगतान, जननी सुरक्षा, परिवार कल्याण कार्यक्रम, जननी शिशु सुरक्षा, विटामिन बर्थ डोज मंत्रा पोर्टल, मातृ मृत्यु समीक्षा, टीकाकरण कार्यक्रम, एएनसी चेकप एवं आभा आईडी योजना सहित आदि अन्य योजनाओं की बिन्दुवार समीक्षा की।
बैठक में विकास खण्ड-सिराथू की आर0बी0एस0के0 टीम-ए के अनुपस्थित पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए टीम के सभी लोगों का वेतन रोकने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए।
डीएम ने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में हुए प्रसव सम्बन्धी ऑकड़ों की जानकारी प्राप्त की, जिस पर अधिकारियों द्वारा प्रसव सम्बन्धी ऑकड़ां की सही जानकारी न दिये जाने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों एवं सभी नोडल अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दियें।
उन्होंने कहा कि प्रसूता को निर्धारित समयावधि 48 घण्टें तक अस्पताल में रोका जाय तथा लाभार्थियों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकत्रियों द्वारा गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रसव सरकारी अस्पताल में कराये जाने के लिए जागरूक किया जाय। उन्होंने आर0बी0एस0के0 टीम को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों में भ्रमण कर लक्ष्य के सापेक्ष किशोरियों की जॉच एवं सैम/मैम बच्चों का वजन आदि सहित अन्य कार्यों को करेंगे।
बैठक में डीएम ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि कार्ययोजना बनाकर लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने एएनसी रजिस्ट्रेशन की समीक्षा के दौरान सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को गर्भवती महिलाओं की एएनसी चेकअप पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दियें। उन्होंने नियमित टीकाकरण की समीक्षा के दौरान सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि आशा एवं एएनएम के साथ नियमित रूप से बैठक कर टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की जाय तथा आशा एवं एएनएम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाय कि वे अपने बच्चों का टीका अवश्य लगवायें। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि टीम के साथ गॉव-गॉव भ्रमण कर टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण अवश्य करवायें। इसके साथ ही उस गॉव की ऑगनबाड़ी कार्यकत्री एवं आशा से जरूर मिलें।
डीएम ने राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम, पुनरीक्षित क्षय रोग नियन्त्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग कार्यक्रम आदि की भी विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दियें।
इस अवसर पर सीडीओ अजीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजय कुमार, जिला पंचायतराज अधिकारी एवं प्राचार्य मेडिकल कॉलेज सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।