कौशाम्बी,
डीएम ने की जिला स्वच्छता समिति की बैठक,दिए आवश्यक निर्देश,
यूपी के कौशाम्बी डीएम मधुसूदन हुल्गी ने सम्राट उदयन सभागार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत जिला स्वच्छता समिति की बैठक की।बैठक में डीएम ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में अवशेष एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्राप्त धनराशि से कराये गए कार्यों की समीक्षा की।
बैठक में जिला पंचायतीराज अधिकारी अनिल कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि जनपद में 01.04.2024 का अवशेष कैप 3200 एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 का कैप 19406 कुल 22606 का कैप निर्धारित हुआ, जिसके सापेक्ष भारत सरकार के पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों में से 19945 व्यक्ति पात्र पाये गये, जिन्हें एम0आई0एस0 पर एप्रूवड कर दी गयी है।
जिसमें से अनुमोदित 16001 लाभार्थियों को विभिन्न चरणों में पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से प्रथम किस्त एवं 4750 लाभार्थियों को दोनो किस्त की धनराशि लाभार्थियों के खाते में अवमुक्त कर दी गयी है एवं अभी भी एम0आई0एस0 के सापेक्ष 3944 लाभार्थियों को प्रथम किस्त एवं 11251 लाभार्थियों को द्वितीय किस्त की धनराशि अवमुक्त किया जाना अवशेष है।
द्वितीय किस्त्त की मांग के सम्बन्ध में सम्बन्धित विकास खण्ड के सहायक विकास अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी से मांग अपेक्षित है, जैसे ही मांग पत्र प्राप्त होता है, तदनुसार प्रथम अथवा द्वितीय किस्त की धनराशि अवमुक्त कर दी जायेंगी। अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष कुल 19944 लाभार्थियों के शौचालयों का निर्माण कराते हुए जिओं टैग करा दिया गया है। समिति से अनुरोध है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में जैसे ही शासन द्वारा लक्ष्य का निर्धारण किया जाता है एवं जैसे-जैसे भारत सरकार के पोर्टल पर आवेदन के सापेक्ष लाभार्थियों की पात्रता का विवरण प्राप्त होता है, तदनुसार जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) समिति को अवगत कराते हुए दो किस्तों में सम्बन्धित पात्र लाभार्थियों को धनराशि उपलब्ध कराते हुए शौचालय का निर्माण करा लिया जायेंगा।
डीएम ने ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत अवमुक्त धानराशि के सापेक्ष व्यय कम पाये जाने पर सरसवॉ के सहायक विकास अधिकारी(पं0) एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए इसी प्रकरण में अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष कम खर्च होने पर चायल, मूरतगंज एवं कड़ा के सहायक विकास अधिकारी(पं0) अधिकारी को चेतावनी जारी की।बैठक में प्लास्टिक मैनेजमेंट यूनिट इकाई के संचालन एवं गोर्वधन योजना के अन्तर्गत बायोगैस प्लान्ट इकाई के संचालन पर विचार किया गया।
इस अवसर पर सीडीओ अजीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी रामसिंह यादव एवं सभी विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।