कौशाम्बी,
डीएम ने ली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक,सभी चिकित्सको को तैनाती स्थल पर निवास करने एवम दवाये बाहर से न लिखने का दिया आदेश
यूपी के कौशाम्बी डीएम सुजीत कुमार ने सम्राट उदयन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक ली,बैठक में डीएम ने सभी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्वयं तथा स्टाफ समय से अस्पताल आये एवं युनिफार्म में रहें तथा कोविड हेल्प डेस्क को सक्रिय किया जाय। उन्होंने सी0एम0एस0 सहित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को मानक के अनुसार बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने के निर्देश दिये। इसके साथ उन्होंने अस्पताल को साफ-सुथरा एवं अस्पताल परिसर में झाडियांे की साफ-सफाई कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निष्प्रयोज्य/टूटे फर्नीचर आदि का निस्तारण कराया जाय। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप सभी चिकित्सक अपने तैनाती स्थल पर निवास करना सुनिश्चित करें, उनके द्वारा रात्रि में औचक निरीक्षण कराकर सत्यापन कराया जायंेगा। उन्होंने सी0एम0एस0 सहित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से कहा कि दवाये बाहर से न लिखी जाय, इसका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाय तथा उन्हें बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जाय।
डीएम ने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान संस्थागत प्रसव विगत वर्ष के सापेक्ष कम पाये जाने पर प्रगति लाने तथा यूनिसेफ के अधिकारियों को इस सम्बन्ध में अध्ययन कराने के निर्देश दिये। उन्होंने आशाओं को समय से भुगतान कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने आशा एवं ए0एन0एम0 की नियमित समीक्षा करने तथा आर0सी0एच0 पोर्टल पर फीडिंग अपडेट करने के निर्देश दिये। उन्होंने बच्चों के नियमित टीकाकरण में प्रगति लाने तथा रोगी कल्याण समिति की बैठक नियमित कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान कहा कि मानक से कम स्कूल कवर करने वाली टीम से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि ए0एन0एम0 द्वारा सेशन पर आवश्यक मशीनांे को नहीं ले जाया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें कि ए0एन0एम0 सभी आवश्यक मशीनें सेशन पर अवश्य ले जायें। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा के दौरान गोल्डेन कार्ड बनाये जाने के कार्य में कम प्रगति पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए तेजी सेे प्रगति लाये जाने के निर्देश दिये।