कौशाम्बी,
भरवारी नगर पालिका में डीजल चोरी के शिकायतकर्ता और आरोपी सहित तीन प्राइवेट कर्मचारी बर्खास्त,
यूपी के कौशाम्बी जिले के नगर पालिका परिषद भरवारी में डीजल चोरी कर बेचने के मामले में चल रही जांच रिपोर्ट अधिकारी के सामने प्रस्तुत हो गई, जिसमे दोषी के साथ शिकायतकर्ता को भी जांच में दोषी ठहराया गया है।जिसके बाद जांच अधिकारी की रिपोर्ट पर शिकायतकर्ता नागेंद्र और गाड़ी चालक तीरथ सहित डीजल चोरी कर बेचने के आरोपी शिवम तिवारी को नगर पालिका ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद भरवारी के बिसारा जोन कार्यालय में सफाई कर्मी नागेंद्र कुमार और तीरथ ने अपने शिकायती पत्र लिखा कि आरओ पम्प ऑपरेटर हमारे फर्जी हस्ताक्षर करके लॉग बुक में डीजल आहरित दिखा देता है, जब डीजल लेने गए तो जानकारी हुई ,अधिशाषी अधिकारी ने बिसारा जोन प्रभारी से जाँच पड़ताल करवाई तो चोरी सही साबित हुई l आरोपी ने इस मामले दबाव बनाया की जिसने शिकायत की उसी जोन प्रभारी से जाँच कराई गई है जो कि अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए जाँच बदल दी गई है , सैकड़ों लीटर डीजल चोरी के मामले को ईओ ने गंभीरता से लिया। आरोपित शिवम तिवारी के खिलाफ जांच रिपोर्ट दी गई। मामले की जांच फिर दोबारा बृजेश मिश्र को दी गई। बृजेश मिश्र ने अपनी रिपोर्ट भेजी लेकिन फिर दबाव के चलते तीसरी बार जाँच लिपिक पंकज श्रीवास्तव से जांच कराई गई। पंकज श्रीवास्तव ने अपनी जांच रिपोर्ट में आरओ प्लांट के आपरेटर शिवम तिवारी के अलावा नागेंद्र कुमार और तीरथ पर आरोप लगाया कि इनकी मिलीभगत से डीजल चोरी हो रहा था। विवाद होने पर एक दूसरे पर आरोप लगाया जा रहा है। इसके बाद ईओ गिरीश चंद्र को जांच रिपोर्ट मिली तो उन्होंने जोन प्रभारी कृष्ण कुमार श्रीवास्तव को तीनों कर्मचारियों को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया एवम तत्काल सभी को बाहर करने का निर्देश दिया। जिसके बाद शिवम तिवारी सहित तीनों आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को नगर पालिका से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।








