कौशाम्बी,
कौशाम्बी में इस बार 26 धान क्रय केन्द्र पर होगी धान की खरीद,कामन धान 2040 एवं ग्रेड-ए धान 2060 प्रति कु0 होगी खरीद,
यूपी के कौशाम्बी एडीएम जयचन्द्र पाण्डेय ने सम्राट उदयन सभागार में धान खरीद विपणन वर्ष 2022-23 में एम0एस0पी0 योजना के अन्तर्गत धान खरीद के लिए जनपद स्तर पर नामित समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक की ।
बैठक में जिला खाद्य विपणन अधिकारी अन्शुमाली शंकर ने बताया कि खरीद विपणन वर्ष 2022-23 के तहत जनपद में 01 नवम्बर 2022 से 28 फरवरी 2023 तक किसानों से धान क्रय किया जायेंगा तथा धान क्रय के लिए जनपद में कुल 26 क्रय केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें से तहसील चायल में 07, तहसील सिराथू में 06 एवं तहसील मंझनपुर में 13 सम्मिलित हैं।

उन्होंने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य-कामन धान रू0-2040 प्रति कु0 एवं ग्रेड-ए धान रू0-2060 प्रति कु0 पर किसानों से धान क्रय किया जायेंगा तथा जनपद के लिए 70 हजार मी0टन धान खरीद का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि किसान जनपद के किसी भी क्रय केन्द्र पर अपना धान स्वेच्छा से बेंच सकतें हैं तथा क्रय केन्द्र प्रातः 09 बजे से सायं 05 बजे तक खुले रहेंगे। उन्होंने बताया कि बटाईदार को इस वर्ष अपने नाम से रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा समाप्त कर मूल कृषक के माध्यम से धान बेचने का अवसर प्रदत्त हैं।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष जब तक क्रय केन्द्र की दैनिक क्रय क्षमता के बराबर या कम मात्रा के बिक्री के लिए किसान आयेंगे, तब तक केन्द्र टोकन व्यवस्था से मुक्त रहेंगा तथा कृषकों का धान “पहले आओ-पहले पाओ के सिद्धान्त पर क्रय किया जायेंगा एवं किसानों की संख्या बढ़ने पर ऑफलाइन टोकन व्यवस्था लागू होगी।

उन्होंने बताया कि हाइब्रिड धान बेचने वाले किसानों को इस वर्ष अपने घोषणा पत्र के साथ हाइब्रिड बीज क्रय का क्रय प्रमाण भी अनिवार्य रूप से लेकर क्रय केन्द्र पर आना होगा। उन्होंने बताया कि कृषकों को उनके मूल्य का भुगतान गतवर्ष के 72 घण्टे के स्थान पर इस वर्ष क्रय के 48 घण्टे के भीतर सुनिश्चित कराया जायेंगा ।
एडीएम ने सभी अधिकारियों से कहा कि धान खरीद के सम्बन्ध में शासन द्वारा जारी शासनादेश का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि शासन द्वारा निर्धारित प्रातः 09 बजे प्रत्येक धान क्रय केन्द्र अवश्य खुल जाय। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि धान क्रय केन्द्र पर किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाये तथा धान क्रय केन्द्र पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित किया जाय।








