अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के 39वें स्थापना दिवस पर सर्वपंथीय धर्म सम्मेलन का शुभारम्भ

उत्तर प्रदेश,

अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के 39वें स्थापना दिवस पर सर्वपंथीय धर्म सम्मेलन का शुभारम्भ,

न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेन्सी )

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि भगवान बुद्ध के सत्य, अहिंसा, करूणा एवं दया के विचार युगों-युगों से पीड़ित मानवता को राह दिखाते रहे हैं। उनके विचार आज की परिस्थितियों में और भी ज्यादा प्रासांगिक है, जब दुनिया में तनाव तथा युद्ध की विभीषिका बढ़ती जा रही हो।

पर्यटन मंत्री आज अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान लखनऊ के गोमतीनगर स्थित सभागार में 39वें स्थापना दिवस के अवसर पर सर्वपंथीय धर्म सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ने एक बार कहा था कि दुनिया के पास युद्ध है और भारत के पास बुद्ध हैं। डॉ0 अम्बेडकर जी ने भगवान बुद्ध के विचारों से प्रभावित होकर बौद्ध धर्म स्वीकार किया और देश को एक अनूठा संविधान प्रदान किया, जो सभी वर्गों, धर्मों, पंथों, संप्रदाय को जोड़कर भारत को विश्वगुरू बनाने की क्षमता रखता है।

जयवीर सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान के संकल्पों को धरातल पर उतारने के लिए केन्द्र तथा उ0प्र0 की सरकारें कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उ0प्र0 लगातार प्रगति कर रहा है। आज शांति के लिए विश्व भारत की ओर देख रहा है। जिस भारत को सपेरों का देश कहा जाता था, कोरोना काल में भारत ने वैक्सीन बनाकर 100 से अधिक देशों के करोड़ों लोगों की जान बचाई। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में अब जय जवान जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान के संकल्प से भारत विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुका है। रूस और यूक्रेन के युद्ध को समाप्त करने के लिए दुनिया भारत की ओर देख रही है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि उ0प्र0 चौमुखी विकास का रिकार्ड बना रहा है। जिसके कारण 33 लाख 50 हजार करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ है। उ0प्र0 देश का ग्रोथ इंजन बन गया है। विकास के हर मोर्चे पर नेतृत्व कर रहा है। आइये हम सब मिलकर भगवान बुद्ध के विचारों से प्रेरणा लेकर अपने कृतित्व के बल पर प्रदेश के निर्माण में प्रभावी भूमिका सुनिश्चित करते हुए आगे बढ़े और उ0प्र0 को देश का श्रेष्ठतम प्रदेश बनायें। इसके साथ ही भगवान बुद्ध के संदेशों का अनुकरण करते हुए यूपी के विकास यात्रा में सहभागी बनें। भगवान बुद्ध के संदशों को जमीन पर उतारने का प्रयास करें।

पर्यटन मंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं को निबंध एवं पेंटिग प्रतियोगिता के लिए पुरस्कार वितरित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। निबंध प्रतियोगिता के लिए कोमल कश्यप, अरशद अली, पलक राजपूत, नैना पटेल तथा सौम्या सिंह को सान्तवना पुरस्कार प्राप्त हुआ। यह सब बच्चे 11वीं के छात्र हैं। प्रतियोगिता में तीसरा स्थान सोनम साह, कक्षा-11, वर्धमान इण्टर कालेज, द्वितीय पुरस्कार हलीमा किदवई तथा प्रथम स्थान आलोक प्रजापति वर्धमान इंटर कालेज के छात्र को मिला।

इसी प्रकार पेटिंग के अंतर्गत करिश्मा वर्मा, खुशबू निषाद, निधि शर्मा, वर्तिका पाण्डेय को सान्तवना पुरस्कार, फरजाना खातून को तीसरा स्थान, श्वाती शर्मा को द्वितीय तथा साक्षी मौर्या आईडीयल पब्लिक स्कूल को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। पर्यटन मंत्री ने कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर आयोजकों द्वारा मंत्री को साल तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। संस्थान के अध्यक्ष भदन्त शांति मित्र ने अपने सम्बोधन में वसुधैव कुटुम्बकम के नारे को सबको जोड़ने वाला नारा बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में जैन, सिक्ख तथा अन्य विभिन्न धर्मों के धर्म गुरू एवं अनुयायी उपस्थित हैं। सभी लोग अपने-अपने ढंग से देश के निर्माण में योगदान दे रहे है।

इस अवसर पर अध्यक्ष उ0प्र0 अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम डा0 लालजी प्रसाद निर्मल, संस्थान के निदेशक डा0 राकेश सिंह, हरगोविन्द, भारती गांधी सीएमएस, सरदार मंजीत सिंह एवं बड़ी संख्या में भन्ते एवं उनके उपासकगण मौजूद थे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor