उत्तर प्रदेश,
देश को प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जैसा नेतृत्व मिलना सौभाग्य की बात – जितिन प्रसाद,
न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी)
उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने सुशांत गोल्फ सिटी स्थित जयपुरिया स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 51वें जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन पर आधारित ग्राफ़िक नावेल ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ‘ का विमोचन किया।लोक निर्माण मंत्री ने “अजय टू योगी आदित्यनाथ” पुस्तक के लेखक शांतनु गुप्ता और उनकी पूरी टीम को उनके इस कार्य के लिए बधाई भी दी।
लोक निर्माण मंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री के 51वें जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि उनके जीवन पर आधारित पुस्तक ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ‘ केवल पुस्तक नहीं है बल्कि लोगों के लिए प्रेरणा का श्रोत है। माननीय मुख्यमंत्री ने विभिन्न समस्याओं का सामना करते हुए जनता के हितों के लिए लगातार काम किया है। उनके नेतृत्व में प्रदेश ने विकास के नए आयाम स्थापित किया है और प्रगति के पथ पर तेज़ी से अग्रसर है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में ट्रांसफॉरमेशन हुआ है। प्रदेश की बुनियादी सुविधाओं में तेजी से सुधार हो रहा है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि यह देश और प्रदेश का सौभाग्य है कि देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का और उत्तर प्रदेश को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा नेतृत्व मिला है, जिससे देश और प्रदेश में विकास के नित नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। ऐसा नेतृत्व बहुत कम देखने को मिलता है।
प्रसिद्ध लेखक, शांतनु गुप्ता, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दो बेस्टसेलर शीर्षक लिखे हैं, ने युवा पाठकों के लिए अपना नया ग्राफिक उपन्यास – ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ‘ लॉन्च किया। मा० योगी आदित्यनाथ जी के 51वें जन्मदिन पर आज (5 जून को) उत्तर प्रदेश के 51$ स्कूलों में ग्राफिक उपन्यास लॉन्च किया गया ।
इस रिकॉर्ड लॉन्च में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के 51$ स्कूलों में 5000 से अधिक बच्चों ने किताब लॉन्च की। यह पहली बार था कि एक किताब को कई स्थानों पर एक साथ इतने प्रतिभागियों के साथ लॉन्च किया गया, और वो भी बच्चे। इस व्यापक लॉन्च ने “एशिया बुक ओफ रिकॉर्ड्स क़ायम किया।
पुस्तक के लेखक शांतनु गुप्ता ने बताया कि ‘अजय से योगी आदित्यनाथ तक‘, उत्तराखंड के सुदूर गाँव में पैदा हुए एक युवा लड़के अजय सिंह बिष्ट की यात्रा है। उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट एक जूनियर वन अधिकारी थे और माता सावित्री देवी एक गृहिणी थीं। अजय को बचपन से ही परिवार की गायों की देखभाल करने, स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियाँ सुनने और स्कूल की बहस में भाग लेने का शौक था। वे सभी आज के उत्तराखंड में पंचूर नाम के एक सुदूर गाँव में डेढ़ कमरे के घर में रहते थे। यहीं से आगे चलकर अजय गोरखनाथ मठ के महंत बने, भारत की संसद के सबसे कम उम्र के सदस्य और भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। लेखक ने आगे कहा कि ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ‘ हर छात्र के अनुसरण करने और प्रेरणा लेने के लिए धैर्य, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की कहानी है।
लेखक ने बताया कि वह इस कहानी को उन प्रेरक क़िस्सों व उपाख्यानों के माध्यम से बता रहा हैं, जिन्हें उन्होंने अलग-अलग लोगों के साथ अपनी बातचीत के दौरान सुना और आलेखित किया। ये वो लोग हैं जो योगी आदित्यनाथ के जीवन का वर्षों तक हिस्सा रहे। इनमे, उनके पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट, उनकी मां सावित्री देवी, पंचूर गांव के उनके दोस्त, कोटद्वार और ऋषिकेश में उनके कॉलेज के सहपाठी और शिक्षक और उनके साथ के विभिन्न साथी संत और नेता शामिल हैं। लेखक ने कहा की मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने योगी आदित्यनाथ की जीवन-कथा को आप सभी के सामने लाने में मुझे सक्षम बनाया। इस ग्राफिक उपन्यास का प्रत्येक पृष्ठ एक विस्तृत साहित्यिक और कलात्मक यात्रा से गुजरा है। किताब पहले से ही अमेज़न पर बेस्टसेलर में रैंकिंग कर रही है।
इस अवसर पर विधायक सरोजनी नगर राजेश्वर सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार मृत्युंजय कुमार, स्क्वाड्रन लीडर तुलिका रानी, पुस्तक के लेखक शांतनू गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।