बेसिक शिक्षा विभाग में मानव संपदा पोर्टल पर अध्यापकों के सेवा संबंधी मामले आनलाइन प्रणाली के माध्यम से हो रहे निस्तारित

उत्तर प्रदेश,

बेसिक शिक्षा विभाग में मानव संपदा पोर्टल पर अध्यापकों के सेवा संबंधी मामले आनलाइन प्रणाली के माध्यम से हो रहे निस्तारित,

न्यूज ऑफ इंडिया ( एजेन्सी)

उ0प्र0 के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता में स्कूल शिक्षा को केन्द्रीय बिन्दु के रूप में रखना तथा प्राथमिक शिक्षा में सक्रिय जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु प्रधानमंत्री के विजन एवं मुख्यमंत्री के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में उ0प्र0 में महत्वपूर्ण गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। निपुण लक्ष्यों को प्राप्त करने में पूरे जनमानस को जोड़ने की आवश्यकता है, जनसमुदाय तथा अभिभावकों को जोड़ने हेतु प्रदेश में संचालित जनभागीदारी कार्यक्रमों में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और स्थानीय समुदाय सहित विभिन्न हित धारकों के बीच जागरूकता और गर्व की भावना का विकास प्रदर्शित हो रहा है। मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में निपुण भारत मिशन विगत एक वर्ष से पूरे जोर शोर से संचालित किया जा रहा है। प्रारम्भ से ही उ0प्र0 ने इस दिशा में बढ़त बनाई है और वर्ष 2026 तक निपुण प्रदेश का लक्ष्य प्राप्त करते हुए उ0प्र0 को देश का प्रथम निपुण प्रदेश बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।

यह बातें संदीप सिंह ने इन्दिरा गांधी प्रतिस्थान गोमतीनगर लखनऊ में आयोजित जी-20 जनभागीदारी राज्य स्तरीय शिक्षा कार्यशाला में दीप प्रज्जवलित करने के उपरान्त कही। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में मानव संपदा पोर्टल पर अध्यापकों के सेवा संबंधी मामले जैसे नियुक्ति, तैनाती, वेतन भुगतान, एरियर, अवकाश, सेवा निवृत्त देयों का भुगतान, पदोन्नति, स्थानांतरण आदि की पारदर्शी व्यवस्था आनलाइन प्रणाली के माध्यम से निस्तारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दीक्षा पोर्टल पर अध्यापकों को आनलाइन प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है, इसके साथ ही दीक्षा पोर्टल या अध्यापकों की सुविधा हेतु 8500 से अधिक वीडियोज उपलब्ध कराये गये हैं।

उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ मिलकर जनभागीदारी कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिससे संपूर्ण देश में – बुनियादी साक्षरता एवं गणना ज्ञान के प्रति जन जागरूकता पैदा की जा सके। इस पहल के माध्यम से बृहद स्तर पर फाउंडेशनल और संख्यात्मक कौशल तथा जी-20 के बारे में जागरूकता पैदा करने हेतु छात्रों, शिक्षकों, माता-पिता और पूरे समुदाय सहित हितधारकों को जानकारी प्रदान की जाएगी।

इस अवसर पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संदीप सिंह ने आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका सत्र 2023-24, आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका भाषा सत्र 2023-24, कला सृजन भाषा-1 तथा मनोविज्ञान एवं निर्देशन विभाग (मनोविज्ञान शाला) पुस्तकाओं का विमोचन किया। इसके साथ ही निपुण भारत मोनिट्रिग सेन्टर का वर्जन-2 को भी लांच किया।

दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव, बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश ने एफएलएन के क्षेत्र में शिक्षकों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की एवं बच्चों को निपुण बनाने में शिक्षकों की प्रमुख भूमिका और प्रशासन के सहयोग के विषय में बताया और उनके द्वारा नियोजित पहलुओं, शिक्षकों को सक्षम बनाने में प्रशासनिक संवर्ग की अहम भूमिका पर चर्चा की गई। जिला स्तरीय ब्डछठ। फेलोशिप के बारे में अवगत कराया गया।

इस अवसर पर डॉ. धीर झिंगरान, संस्थापक निदेशक एलएलएफ द्वारा मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर अपने दृष्टिकोण साझा किए गए और निपुण एवं एफएलएन पर उत्तर प्रदेश द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की गई। श्वेता शर्मा-कुकरेजा, सीईओ-एमडी सीएसएफ द्वारा एफएलएन पर वैश्विक परिप्रेक्ष्य एवं हाल ही के दिनों में एफएलएन कैसे प्रमुखता प्राप्त कर रहा है इस विषय को साझा किया गया। गौरव गोयल, फाउन्डर एवं सीईओ समग्रा द्वारा उत्तर प्रदेश में निपुण के विकास के बारे में अवगत करवाया गया। चर्चा में संरचित शिक्षाशास्त्र, शिक्षक प्रशिक्षण एवं टेक्नॉलजी का महत्व पर चर्चा की गई।

कार्यक्रम में जौनपुर, ग़ाज़ीपुर एवं गौतमबुद्ध नगर के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने बच्चों को निपुण बनाए जाने हेतु विकसित प्रमुख रणनीतियों को भी प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के अंत में विजय किरण आनंद, आईएएस, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा, बेसिक और माध्यमिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश ने इस अभियान को उत्तर प्रदेश में जन आन्दोलन बनाने की घोषणा करते हुए सभी प्रतिभागियांे को धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर डॉ. अंजना गोयल, निदेशक, एससीईआरटी ने कार्यशाला में आये हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर बेसिक शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा सभी जनपदों के प्रतिनिधि जैसे कि खंड शिक्षा अधिकारी, स्टेट रिसोर्स ग्रुप, ऐकडेमिक रिसोर्स पर्सन, शिक्षक, एवं एनजीओ, संस्था के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor