योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है:संजय श्रीवास्तव

कौशाम्बी,

योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है:संजय श्रीवास्तव,

यूपी के कौशाम्बी जिले के भवन्स मेहता विद्याश्रम भरवारी में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे कालेज के सभी अध्यापकों एवम स्टाफ ने प्रतिभाग किया और अपने शरीर को निरोगी बनाने के लिए योग किया।

प्रधानाचार्य संजय कुमार श्रीवास्तव के कुशल नेतृत्व में स्कूल परिसर में ही सुबह सात बजे समस्त अध्यापकों एवं अन्य कर्मचारियों ने एक साथ योग कार्यक्रम में शामिल होकर योग किया।इसके बाद प्रधानाचार्य ने योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने की सलाह देते हुए समस्त नागरिकों से हर एक सुबह योग करने की अपील किया एवं साथ ही साथ ये भी बताया कि”योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है, विचार, संयम और स्फूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है।उन्होंने कहा कि योग को हर वर्ग के लोगों द्वारा अपनाया जाना चाहिए।

इस अवसर पर प्रधानाचार्य सहित स्कूल के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।निदेशक संदीप सक्सेना एवं प्रधानाचार्य संजय श्रीवास्तव ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर समस्त नागरिकों को योग दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर समस्त शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor