सांसद ने खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारम्भ

कौशाम्बी,

सांसद ने खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारम्भ,

यूपी के कौशाम्बी सासंद विनोद सोनकर ने सम्राट उदयन सभागार में आयोजित जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। सासंद ने कस्टम हायरिंग सेन्टर को स्थापित करने वाले लाभार्थियों- शिवभारत सिंह, लालता प्रसाद, श्याम सुन्दर व धर्मेन्द्र सिंह को रू0 04-04 लाख अनुदान का डमी चेक एवं फार्म मशीनरी बैंक योजना के तहत पिपरकुण्डी सहकारी समिति व कृषक उत्पादक संगठन/औद्यानिक विपणन सहकारी समिति लि0 गिरधरपुरगढ़ी को ट्रैक्टर की चाभी तथा किसानों को मोटे अनाज बीज की मिनी किट वितरित किया।

सासंद ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री बनते ही अनेक जनकल्याणकारी योजनायें-उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना एवं प्रधानमंत्री आवास योजना आदि संचालित करने के साथ ही कृषि एवं कृषकों के कल्याण के लिए भी अनेक योजनायें संचालित किया। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति, उन्नत बीज एवं खाद आदि उपलब्ध कराने के साथ ही कृषि एवं किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि यह देश कृषि व ऋषि परम्परा का देश है। कृषि के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में किसानों के ऋण माफ करने का निर्णय लिया गया, जिसके तहत 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रू0 ऋण माफ किया गया।

सांसद ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार अनेक योजनायें/कार्यक्रम प्रारम्भ करके किसानों की आय बढ़ाने के लिए निरन्तर कार्य कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम में कृषि विज्ञान केन्द्र का मिनी रूप प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र खोला जा रहा है। जनपद कौशाम्बी में 121 किसान समृद्धि केन्द्र खोले जा चुकें है। प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र पर खाद, बीज, कीटनाशक दवायें, किसानों को प्रशिक्षण, किसानों की समस्याओं का समाधान, मृदा परीक्षण, पीएम सम्मान निधि का पंजीकरण, तकनीकी सलाह एवं किराये पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराने आदि सुविधायें उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने कहा कि जहॉ एक ओर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश का चहॅुमुखी विकास हो रहा है, वहीं दूसरी ओर कृषि एवं किसानों के कल्याण के लिए भी कार्य किया जा रहा है।

सासंद ने कहा कि गृह मंत्री जी के नेतृत्व में सहकारिता में आमूल-चूक परिवर्तन होने जा रहा हैं, सहकारिता विभाग विकास की नई गाथा लिखेंगा। सहकारिता देश की आत्मा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में सहकारिता का गठन करके गांव के समृद्धि का कार्य किया जायेंगा। सहकारिता के माध्यम से किसानों को देश के किसी भी कोने या विदेश से उन्नत बीज उपलब्ध कराया जायेंगा। सहकारिता किसानों से जैविक खाद खरीदकर देश व दुनिया में बेचने का कार्य करेंगा, जिसका लाभ किसानां को मिलेंगा। जनपद कौशाम्बी में पैदा होने वाले अमरूद एवं केला के किसानां को सहकारिता के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराने का कार्य किया जायेंगा। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि एवं किसानों के कल्याण के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि रूस एवं यूक्रेन में युद्ध के कारण देश व दुनियॉ में पेट्रोलियम उत्पादों का दाम बढ़ा है। केन्द्र सरकार किसानों पर बोझ न बढ़ाकर सरकारी खाते पर बोझ बढ़ाकर अर्थात सब्सिडी देकर कम कीमत पर किसानां को यूरिया एवं डीएपी उपलब्ध करा रहीं है, जबकि पाकिस्तान, बांगलादेश एवं अमेरिका में भारत से कई गुना कीमत पर यूरिया एवं डीएपी वहां के किसानां को दिया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में अथसराय में रैक प्वाइंट बनकर तैयार है, शीघ्र ही प्रारम्भ हो जायेंगा, इससे किसानों को समय पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो सकेंगा, इसके साथ ही हजारो मजदूरो को भी काम मिलेंगा।

सासंद ने किसानों से कहा कि नई तकनीकों/अनुसंधान एवं नैनो यूरिया व नैनो डीएपी का उपयोग करें, इससे कृषि की लागत कम होगी तथा भूगर्भ जल भी प्रदूषित नहीं होंगा। उन्हांने कहा कि श्री अन्न (मोटे अनाज) के उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाय, मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के उपज की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है।
उप कृषि निदेशक श्री सतेन्द्र तिवारी ने किसानों को विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए कृषि के उन्नत तकनीकों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं जिला उद्यान अधिकारी ने भी किसानों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी तथा किसानों की समस्याओं/जिज्ञासाओं का समाधान किया ए-आर-कोआपरेटिव ने किसान समृद्धि केन्द्र के विषय में किसानों को विस्तृत जानकारी दी।

कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 अजय कुमार ने खरीफ में बाजरा, धान में खरपतवार नियन्त्रण के विषय में जानकारी दी तथा मृदा वैज्ञानिक डॉ0 मनोज कुमार सिंह ने मृदा में जीवांश पदार्थ एवं सूक्ष्म जीवाणुओं की महत्ता, नैनो यूरिया के फायदे के विषय में जानकारी दी। फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ0 नवीन कुमार शर्मा ने बायोफोर्टीफाइड प्रजातियों के विषय में जानकारी प्रदान की।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor