कौशाम्बी,
डीएम ने की जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सही कार्य न करने वाले CHO को चेतावनी जारी करने के दिए आदेश,
यूपी के कौशाम्बी डीएम सुजीत कुमार ने सम्राट उदयन सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की।बैठक में डीएम ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को लक्ष्य के सापेक्ष अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि लाभार्थियों का 97 प्रतिशत भुगतान एवं आशाओं का 96 प्रतिशत भुगतान हो चुका है, जिस पर डीएम ने कार्ययोजना बनाकर शीघ्र शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने संस्थागत प्रसव में भी अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को नियमित टीकाकरण में प्रगति तथा आर0सी0एच0 पोर्टल, मंत्रा ऐप तथा ई-कवच पोर्टल पर फीडिंग में प्रगति लाने के निर्देश दियें। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि कोल्ड चैन को मानक के अनुसार व्यवस्थित रखा जाय। उन्होंने पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत नियमित रूप से अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों की जाॅच करने के निर्देश दियें।
डीएम ने जनपद में संचालित हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर क्रियाशील रखा जाय तथा सभी में सी0एच0ओ0 व ए0एन0एम0 की तैनाती अवश्य रहे। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि ठीक प्रकार से कार्य न करने वाले सी0एच0ओ0 को चेतावनी जारी किया जाय। उन्होंने पोषण पुनर्वास केन्द्र की समीक्षा के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी को पोषण पुनर्वास केन्द्र में और कुपोषित बच्चों को भर्ती करवाने के निर्देश दिये।
बैठक में बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जुलाई माह में 12609 गोल्डेन कार्ड बनाये गये तथा जुलाई तक कुल 338731 गोल्डेन कार्ड बनाये जा चुकें हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने गोल्डेन कार्ड बनाये जाने के कार्य में और तेजी से प्रगति लाने के निर्देश दिये।
बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत जिला चिकित्सालय तथा जनपद के सामु0/प्राथ0 स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक माह की 01,09,16, एवं 24 तारीख कों चिकित्सकों की टीम द्वारा हाई रिस्क चिन्हित गर्भवती महिलाओं को सेवायें-घर से स्वा0 केन्द्र तक लाने की परिवहन सुविधा, आवश्यक जाॅचे, हीमोग्लोविन प्रतिशत अति न्यून होने पर खून चढ़ाने की सुविधा, आवश्यक उपचार (औषधि एवं कंज्यूमेबिल्स की व्यवस्था), सेवा के उपरान्त घर तक परिवहन की सुविधा तथा चिन्हित अति जोखिम ग्रस्त महिलाओं के लिए ए0एन0एम0 व आशा द्वारा विशेष फालोअप प्रदान की जाती है।जुलाई माह में 3026 महिलाओं की प्रसव पूर्व देखभाल तथा 156 अति जोखिम ग्रस्त गर्भवती महिलाओं का उपचार किया गया।
डीएम द्वारा राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर, मातृ-मृत्यु सूचना एंव आडिट, प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग कार्यक्रम एवं क्षय रोग नियन्त्रण कार्यक्रम आदि की प्रगति की भी विस्तृत समीक्षा की गई।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डाॅ0 रवि किशोर त्रिवेदी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुष्पेन्द्र कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।