भवन्स मेहता महाविद्यालय में NSS और हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में “हिंदी दिवस” पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन

कौशाम्बी,

भवन्स मेहता महाविद्यालय में NSS और हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में “हिंदी दिवस” पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन,

यूपी के कौशाम्बी जिले के भवन्स मेहता महाविद्यालय भरवारी में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) और हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में “हिंदी दिवस” के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर सर्वप्रथम कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रबोध श्रीवास्तव ने सबको हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए हिंदी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पक्ष पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदी मात्र एक भाषा ही नहीं है बल्कि हिंदी हिंदुस्तान की पहचान भी है। ये सच है कि हिंदी भाषा अभी भी अन्य दूसरी भाषाओं से बहुत पीछे है लेकिन इसके बावजूद हिंदी भाषा ने पूरी दुनिया में हिंदुस्तान को एक अलग पहचान दिलाई है।

उन्होंने कहा कि आज विदेशी नागरिक भी हिंदी सीखना, पढ़ना, लिखना और बोलना पसंद करते हैं। भारत ही नहीं बल्कि भारत के बाहर के लोगों में भी हिंदी के प्रति एक नई रुचि जागृत हुई है। इसके उपरांत उन्होंने सभी बच्चों से कहा कि आप प्रतिदिन पांच से दस शब्द याद करें और लेखन करें,इससे आपकी भाषा के साथ साथ लेखन भी सुधरेगा।

कार्यक्रम में इतिहास के विभागाध्यक्ष डॉ0 मोहम्मद आदिल ने हिंदी के ऐतिहासिक पक्ष पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए अमीर ख़ुसरो के हिंदी भाषा के योगदान पर चर्चा की।कार्यक्रम में आगे समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 सतीशचन्द्र तिवारी ने हिंदी भाषा के प्रति सरकार और आमजनमानस की उदासीनता पर असंतोष प्रकट करते हुए कहा कि ये किसी ने नही सोचा था कि आज भाषा की ये दुर्गति होगी।हम लोगों को आज प्रण लेना चाहिए कि हम लोग अपने राष्ट्रभाषा के प्रचार प्रसार के लिए तन ,मन और धन से लगेंगे।

इसके उपरांत अर्थशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर श्वेता ने वर्तमान समय में राष्ट्रभाषा की प्रासंगिकता पर अपने विचार प्रस्तुत किया।आगे रसायन विभाग की डॉ0 नीति मिश्रा ने हिंदी की स्वीकार्यता पर अपने विचार प्रस्तुत किया।कार्यक्रम को राहुल राय, दीपक कुमार,प्रोफेसर विमलेश कुमार सिंह यादव ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 धर्मेंद्र कुमार अग्रहरी ने किया।इस अवसर पर बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक सहभगिता की।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor