प्रात्यक्षिक शिक्षण के द्वारा संस्कृत का अध्यापन अत्यंत प्रभावी – विनय श्रीवास्तव

कौशाम्बी,

प्रात्यक्षिक शिक्षण के द्वारा संस्कृत का अध्यापन अत्यंत प्रभावी – विनय श्रीवास्तव,

प्रादेशिक संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा संचालित गृहे-गृहे संस्कृतम् योजना का अक्टूबर मासीय केंद्रों का शुभारंभ हुआ। जनपद कौशांबी के केंद्र आर सी कॉन्वेंट स्कूल मूरतगंज में 12 दिवसीय सरल संस्कृत संभाषण शिविर में पधारे मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता व संस्था प्रमुख मिथलेश कुमार ने माता सरस्वती की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर शिविर का उद्घाटन किया।शिविर का संचालन भाषा शिक्षक डॉ. ज्ञानेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ने किया ।उन्होंने समस्त अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे स्वयं संस्कृत प्रेमी होने के नाते हमेशा संस्कृत की सेवा के साथ प्रचार-प्रसार में योगदान देते रहेंगे। विशिष्ट अतिथि राजेंद्र कुमार ने कहा कि छात्रों के विकास व संस्कार के लिए संस्कृत स्वयं रोजगार का द्वार खोलेगी। प्रादेशिक स्तर पर उद्घाटन में मान्य निदेशक विनयश्रीवास्तव ने सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए भाषा अध्यापन के प्रात्यक्षिक शिक्षण को अत्यंत प्रभावी बताया तथा केंद्रों के द्वारा प्रेषित कक्षादिनों की संख्या को बढ़ाने के लिए प्रतिस्पन्दनों का उल्लेख किया। प्रशासनिक अधिकारी जगदानंद झा ने योजना के सुचारुतया संचालन हेतु शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। सर्वेक्षिका डॉ चंद्रकला शाक्या ने योजना के सुचारुतया संचालन हेतु सभी का आभार ज्ञापित किया।

समन्वयक अनिल गौतम ने योजना का मासिक इतिवृत्तं प्रस्तुत किया। वहीं जनपद कौशांबी केंद्र में भाषा शिक्षक डॉ. ज्ञानेश्वर ने संस्थान के अनेक योजनाओं और उपलब्धियों पर चर्चा की और छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया। केंद्र के शिक्षकों में विनय राजपूत अमित दक्ष शर्मा सफिया जमीर वैष्णवी कश्यप कशिश पटेल जोया शेख आफरीन बेबी व माविया नाज़ आदि सभी ने अपने विचार प्रकट किए और इस शिविर के सफलता पूर्वक संपन्न होने के लिए सभी ने सहयोग करने की बात कही। प्रबन्धनगण में ऑनलाइन संभाषण योजना के समन्वयक सत्र के परिकल्पक धीरज मैठाणी तथा दिव्यरंजन रहे। कक्षा प्रबन्धन में प्रशिक्षक गोपाल मिश्र शिवप्रतापमिश्र सवितामौर्य लक्ष्मीनारायण डॉ स्तुतिगोस्वामी गणेश दत्त द्विवेदी आदि की विशेष भूमिका रहेगी।

इस अवसर पर सप्तति केन्द्रों का सामूहिक शुभारम्भसत्र सभी जनपदस्थ केन्द्राध्यक्ष संस्थान के पदाधिकारी प्रशिक्षणसमन्वयक कर्मचारी शिक्षक शिक्षार्थी आदि शामिल रहे। कौशांबी केंद्र में डॉ ज्ञानेश्वर ने संस्थान के निदेशक सहित सस्थान की पूरी टीम को धन्यवाद ज्ञापित कर सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर केंद्र की अनेक छात्र-छात्राओं उपस्थित रहीं।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor