सीडीओ ने की जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक,उद्यमियों की सुनी समस्याएं

कौशाम्बी,

सीडीओ ने की जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक,उद्यमियों की सुनी समस्याएं,

यूपी के कौशाम्बी सीडीओ डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी ने सम्राट उदयन सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक की। बैठक में सीडीओ ने उद्यमियों की समस्याओं को सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दियें।

बैठक में उपायुक्त उद्योग ने बताया कि निवेश मित्र पोर्टल पर कुल 967 प्रकरण प्राप्त हुए है, जिसमें से 16 प्रकरण विभिन्न विभागों के स्तर पर लम्बित है। श्रम विभाग के 01, खाद्य एवं औषधि विभाग के-08 एवं कृषि विभाग के-07 सम्मिलित हैं, जिस पर सीडीओ ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्तापूर्ण एवं समयान्तर्गत निस्तारित करने के निर्देश दिये।

बैठक में उपायुक्त उद्योग ने बताया कि पीएमईजीपी योजना के तहत 58 लक्ष्य के सापेक्ष 56, एम0वाई0एस0वाई0 योजना के तहत 67 लक्ष्य के सापेक्ष 37 तथा ओडी0ओ0पी0 योजनान्तर्गत 21 लक्ष्य के सापेक्ष 20 आवेदन बैंको द्वारा स्वीकृत हो चुके हैं, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने अग्रिम आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

उपायुक्त उद्योग ने प्राइवेट क्षेत्र में औद्योगिक आस्थान के निर्माण के सम्बन्ध में बताया कि निजी प्रर्वतक द्वारा 10 एकड़ से 50 एकड़ तक भूमि का औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये जाने का प्राविधान शासन द्वारा किया गया है। भूमि तक 12 मीटर चौड़ी सड़क आवश्यक है। इस कार्य के लिए उद्यमियों को जमीन की खरीद पर 100 प्रतिशत स्टाम्प शुल्क छुट देय है तथा प्रति एकड़ 50 लाख रूपये एक प्रतिशत साधारण ब्याज की दर पर तीन वर्ष के लिये दिया जायेंगा। भुगतान न होने की दशा में चौथे वर्ष से 6 वर्ष तक 6 प्रतिशत साधारण ब्याज का देय धनराशि पर आंकलन किया जायेंगा तथा 6 वर्ष के पश्चात् भी भुगतान न होने की दशा में ऋण की धनराशि पर 07 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज का आंकलन देय धनराशि पर किया जायेंगा। विकसित होने के उपरान्त निजी प्रर्वतक द्वारा इस पर अपने औद्योगिक इकाई स्थापित कर सकतें हैं या भूखण्डों में विभाजित कर अन्य को औद्योगिक स्थापना के लिए दें सकतें हैं, जिस पर सीडीओ ने उद्यमियों/व्यापारियों से कहा कि इस योजना का लाभ उठायें।

उपायुक्त उद्योग ने बताया कि भारत सरकार द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना प्रारम्भ की गई है। इस योजना का उद्देश्य-परम्परागत हस्तशिल्पियों एवं कारीगरों को विश्वकर्मा के रूप में विशिष्ट पहचान दिलाते हुए उनकी कौशल वृद्धि, उन्नति टूल किट्स कोलेट्रल फ्री लोन, डिजिटल भुगतान एवं ब्राण्डिंग सपोर्ट करना है। योजना के तहत 1200 लक्ष्य के सापेक्ष पोर्टल पर कुल 3538 आवेदन प्राप्त हुए है, जिस पर सीडीओ ने अग्रिम कार्यवाही कर आवेदकों को लाभान्वित करने के निर्देश दियें है।

बैठक में उपायुक्त उद्योग ने तहसील सिराथू के अन्तर्गत ग्राम-सुल्तानपुर ख्वाजा कड़क में अवस्थित भूमि पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये जाने के लिए अब तक की गई कार्यवाही की जानकारी देते हुए बताया कि यू0पी0एस0आई0सी0, प्रयागराज से फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्राप्त किया जाना है, जिस पर सीडीओ ने अग्रिम कार्यवाही करने के निर्देश दियें।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor