उत्तर प्रदेश,
इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के माघ मेला शिविर में आयोजित हुआ सुंदर काण्ड पाठ एवम युवा अधिवक्ता संवाद श्रृंखला,
यूपी के प्रयागराज माघ मेला क्षेत्र में स्थित हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद के शिविर में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह व महासचिव नितिन शर्मा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित श्रीवास्तव की उपस्थिति में ‘‘सुन्दर काण्ड पाठ’’ का आयोजन किया गया।तत्पश्चात कार्यक्रम के समापन पर सम्मानित अधिवक्ताओं/श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया।
इसके साथ ही साथ पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार सायं 4.00 बजे हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के ऐतिहासिक लाइब्रेरी हाल में ’’युवा अधिवक्ता संवाद श्रृंखला’’ के अन्तर्गत अधिवक्ता न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष कैसे तैयारीपूर्वक रखें, विषय पर एक कार्यक्रम हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ,जिसका संचालन संयुक्त सचिव लाइब्रेरी अजय सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन महासचिव नितिन शर्मा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति अरविन्द सिंह सांगवान एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति मनोज बजाज तथा न्यायमूर्ति डोनाडी रमेश उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के आरम्भ में अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह एवं महासचिव नितिन शर्मा सहित समस्त कार्यकारणी द्वारा न्यायमूर्ति एवम विशिष्ट अतिथियो को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्रम भेंटकर स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अरविन्द सिंह सांगवान ने कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों एवं अधिक्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी मुकदमें में बहस करते समय अधिवक्ता को पूरी तैयारी के साथ न्यायालय के समक्ष उपस्थित रहना चाहिए। न्यायालय कोई प्रश्न पूछें तो उसका ध्यानपूर्वक सुनते हुए सही प्रकार से जवाब देना चाहिए। यही एक अच्छे अधिवक्ता की पहचान है। मेरा यही कहना है कि आप सुचारू-रूप से तैयार होकर अपनी बहस करें।
उन्होंने विशेष रूप से युवा अधिवक्ता को सम्बोधन करते हुए कहा कि वह अपने साथ काम करने वाले कनिष्ठ अधिवक्ताओं को भी यही सलाह दें। खाली समय में कोर्ट के गलियारों में मोबाइल चलाने से कहीं बेहतर होगा कि किसी भी न्याय कक्ष में जाकर मुकदमों में हो रही बहस को सुनें कि उनसे कोई वरिष्ठ अधिवक्ता मुकदमों में किस प्रकार से बहस कर रहे हैं। इससे युवा अधिवक्ताओं को कुछ न कुछ सीखने को अवश्य मिलेगा।
विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति डोनाडी रमेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज ऐसे ऐतिहासिक लाइब्रेरी हाल में सम्मानित वरिष्ठ व कनिष्ठ अधिवक्तागण के बीच में अपने को पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूॅ। उन्होंने युवा अधिवक्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि मेरा अपना मानना है क कोई मुकदमा दाखिल करने से अच्छी तरह से तैयारी करके ही दाखिल करना चाहिए। यदि आप गहनतापूर्वक अध्ययन करके मुकदमा दाखिल करेगें तो बहस के दौरान आपको किसी प्रकार की दिक्कत नही महसूस होगी।उन्होंने आगे कहा कि सम्बन्धित नियम व कानून के बिन्दुओं को दृष्टिगत रखते हुए याचिका तैयार करनी चाहिए। यदि कोर्ट कोई प्रश्न पूछती है तो उसका कानूनी तथ्यों के अन्तर्गत ही जवाब देना चाहिए।
अतिथि न्यायमूर्ति मनोज बजाज ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे इस उच्च न्यायालय में न्यायिक कार्य सम्पादित करते हुए 6 महीने से अधिक का समय व्यतीत हो गया। पहली बार मुझे आपके बीच आने का अवसर प्राप्त हुआ, इसके लिए हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी धन्यवाद की पात्र है। उन्होंने आगे कहा कि युवा अधिवक्ता हमेशा अपने वरिष्ठ के मार्गदर्शन में ही याचिका तैयार करना चाहिए। प्रारम्भ में यह कार्य बहुत कठिन होता है लेेकिन यदि आप कठिन कार्य करेगें तभी एक अच्छे अधिवक्ता साबित होगें। आप कार्यालय व घर पर खूब मेहनत करें।
कार्यक्रम के अंत में बार एसोसिएशन महासचिव नितिन शर्मा ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथिगण व उपस्थित सभी सम्मानित अधिवक्तागण का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
उक्त अवसर पर अमित के0 श्रीवास्तव (अमित कुमार) वरिष्ठ उपाध्यक्ष, आशुतोष पाण्डेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, स्वर्ण लता सुमन (उपाध्यक्षगण), सर्वेश कुमार दुबे (संयुक्त सचिव, प्रशासन), अजय सिंह, (संयुक्त सचिव लाइब्रेरी), अमरेन्दु सिंह, (संयुक्त सचिव प्रेस), अंजना चतुर्वेदी, (संयुक्त सचिव महिला), प्रीति द्विवेदी, अभ्युदय त्रिपाठी, विनोद राय, अमित कुमार पाण्डेय, ओम प्रकाश विश्वकर्मा, अरविन्द कुमार सिंह, अरूण कुमार त्रिपाठी, आशुतोष मिश्र (नगरहा), सुधीर कुमार केसरवानी, साइमा सहर, अनिरूद्ध ओझा, अनिल कुमार मिश्र, गुलाब सिंह यादव एवं अनिल प्रताप सिंह (कार्यकारिणी सदस्य सहित भारी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे।