कौशाम्बी डीएम ने 75वें गणतन्त्र दिवस पर कलेक्ट्रेट प्रांगण में किया झण्डारोहण,दिलाई संविधान प्रस्तावना संकल्प की शपथ

कौशाम्बी,

डीएम ने 75वें गणतन्त्र दिवस पर कलेक्ट्रेट प्रांगण में किया झण्डारोहण,दिलाई संविधान प्रस्तावना संकल्प की शपथ,

देश के 75वें गणतन्त्र दिवस के अवसर पर कौशाम्बी जनपद के सभी सरकारी भवनों पर झण्डारोहण किया गया तथा जनपद के सभी शिक्षण संस्थानों में भी झण्डारोहरण के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर गणतन्त्र दिवस हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ मनाया गया।

डीएम सुजीत कुमार ने कलेक्ट्रेट प्रांगण में झण्डारोहण कर कलेक्ट्रेट के अधिकारियों व कर्मचारियों को “संविधान प्रस्तावना संकल्प” की शपथ दिलाई। डीएम ने उदयन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में महॉत्मा गॉधी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किया तथा स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी के परिजन डॉ0 अरिमर्दन सिंह एवं पवन सिंह को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने हयातुल्ला चतुर्वेदी जी को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।

डीएम सुजीत कुमार ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि गणतन्त्र दिवस, हम सबके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के आन्दोंलनो एवं बलिदान के कारण देश को आजादी मिलीं। आजादी के बाद देश का शासन-प्रशासन किस प्रकार चलाया जाय, देश में अनेक भाषा, सम्प्रदाय आदि विविधतायें हैं, सबको साथ लेकर, सभी चीजों को समाहित करते हुए, किस प्रकार से संविधान का डॉक्यूमेन्ट तैयार किया जाय, यह बहुत बड़ी चुनौती थी।

परन्तु संविधान निर्माताओं की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि उन्होंने इस प्रकार संविधान बनाया कि आज तक देश में किसी भी प्रकार की सिविलवार एवं मिलिट्री शासन नहीं लगा है, देश में शासन लोकतान्त्रिक तरीके से चल रहा है, जबकि पड़ोसी देशों सहित अन्य देशों को देखा जाय तो लोकतान्त्रिक तरीके से शासन नहीं चल पायी है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन एवं अन्य देशों में स्वतन्त्रता के कई वर्षों बाद महिलाओं को मतदान करने का अधिकार दिया गया, जबकि भारत में आजादी के तुरन्त बाद ही महिलाओं को मतदान करने का अधिकार दिया गया। सभी नागरिकों को बराबर मौलिक अधिकार दिये गयें। उन्होंने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों से कहा कि संविधान की मूल भावना को समझते हुए अपने दायित्वों/जिम्मेदारियों का निर्वहन करें तथा देश, प्रदेश व जनपद को प्रगति के पथ पर लें जायें। उन्होंने सभी से कहा कि कार्यालय आने वाले फरियादियों की समस्याओं को तत्परता से निस्तारित किया जाय तथा शासन की योजनाओं से पात्र व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर लाभान्वित किया जाय।

एडीएम अरूण कुमार गोंड, वरिष्ठ कोषाधिकारी विनय कुमार प्रजापति एवं एसडीएम विनय मौर्य, भानु प्रताप, अंगद सिंह सहित हयात उल्ला चतुर्वेदी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित कर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन एलआरसी वासुदेव त्रिपाठी ने किया।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor