आपातकाल पर चायल में आयोजित हुई संगोष्ठी,लोकतंत्र सेनानियों को किया गया सम्मानित

कौशाम्बी,

आपातकाल पर चायल में आयोजित हुई संगोष्ठी,लोकतंत्र सेनानियों को किया गया सम्मानित,

यूपी के कौशाम्बी जिले में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मराज मौर्य के नेतृत्व एवं अध्यक्षता में विधान सभा चायल में भारतीय लोकतंत्र और राजनीति के सबसे दुःखद व काला अध्याय आपातकाल पर एक संगोष्ठी आयोजित हुई।

संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में अवधेश चंद्र गुप्ता शामिल रहे,उन्होंने संगोष्ठी में लोकतंत्र सेनानियो को सम्मानित कर संबोधित किया और वृक्षारोपण कर विधान सभा चायल के सभी सम्मानित पदाधिकारियों के साथ प्रभात फेरी भी लगाई गई।

संगोष्ठी में जिला अध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने बताया कि आज से ठीक 49 साल पहले यानी 25 जून 1975 को भारत में आपातकाल की घोषणा हुई थी,तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आपातकाल लगाने के क़दम को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला अध्याय कहा जाता है एवं आपातकाल के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाता है।

कांग्रेस पार्टी सत्ता बरकरार रखने के लिए असंवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल करने का इतिहास रहा जैसा की-1975-के आपातकाल के दौरान देखा गया था, कांग्रेस और उसके सहयोगियों की रणनीति आज भी हमारे लोगो के लिए उतना ही खतरा है जितना कि 1975 में था।

उन्होंने कहा कि जनता तक झूठ फैलाना कांग्रेस की चुनावी मशीनरी के  खिलाफ निराधार आरोपों के माध्यम से जनता की जनादेश पर सवाल उठाना आपातकाल और लोकतंत्र की हत्या  करना-25-जून-1975-मार्च-21-1977-आपातकाल अत्याचार के-21-महीने भयानक मंजर से देश गुजरा था।

जिला अध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने कहा कि अगली सुबह समाचार पत्रों के प्रशासन को रोकने के लिए दिल्ली के कुछ हिस्सों में-25-जून को सुबह-2:00-बजे बिजली काट दी गई समाचार पत्रों को इंदिरा गांधी के चुनाव मामले में संसदीय करवाई और सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई को कवर करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस तरह से अत्याचार और जुल्म देश के ऊपर किया गया उसे अत्याचार के फल स्वरुप जनता ने उन्हें सत्ता से दूर किया और आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद देश में रामराज की स्थापना हुई है।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से राकेश पांडे संयोजक,कविता पासी अध्यक्ष नगर पालिका भरवारी, उमेश केसरवानी संयोजक,दीपचंद दिवाकर महामंत्री,चक्रेश मिश्रा ,जय सिंह ,गुलाब सिंह पटेल, जमुना प्रसाद तिवारी ,नितिन पासी ,भोले शंकर कुशवाहा, शिव मोहन मौर्य ,राज सिंह वर्मा ,अरविंद त्रिपाठी, राजेंद्र केसरवानी ,लव कुश पाल, ज्ञानचंद केसरवानी एवं  विधान सभा चायल के सभी मंडल अध्यक्ष तथा वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor