कौशाम्बी,
भवंस मेहता महाविद्यालय में कारगिल विजय दिवस पर आयोजित हुआ कार्यक्रम,वीर शहीद सैनिकों की सुनाई गई वीर गाथाएं,
यूपी के कौशाम्बी जिले के भवंस मेहता महाविद्यालय भरवारी में कारगिल विजय दिवस मनाया गया। कारगिल दिवस की 25 वीं वर्षगांठ पर ऑपरेशन विजय के हिस्सा रहे पूर्व वायु सैनिक महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सी पी श्रीवास्तव ने अपना अनुभव साझा किया।
उन्होंने यह बताया कि किस तरह से कारगिल का युद्ध एकविषम परिस्थिति में लड़ा गया युद्ध था,यह युद्ध अपनी भूमि पर ही घुसपैठियों को भागने के लिए लड़ा गया था, कारगिल के विभिन्न सेक्टरों का विवरण देते हुए टाइगर हिल जीतने के लिए हुए दुर्घर्ष लड़ाई का जिक्र भी उन्होंने किया। कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन मनोज कुमार पांडे आदि अमर शहीदों का जिक्र करते हुए इन शहीदों द्वारा किए गए अप्रतिम बलिदान को याद किया ।उन्होंने कहा कि। कारगिल की इन विजेताओं के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यह होगी,जब हम अपने अंदर उनकी तरह ही देश प्रेम का भाव रखें और अवसर आने पर अपना अपना सर्वस्व देश के लिए न्योछावर कर दें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. प्रबोध श्रीवास्तव ने कहा कि एनसीसी कैडेट में अनुशासन और देशभक्ति का जज्बा आवश्यक रूप से होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह जरूरी नहीं कि हम सैनिक बनेंगे तभी हम देश सेवा करेंगे,देश सेवा करने के लिए हम अपने देश के प्रति प्रेम रख सकते हैं और कई तरह से देश की सेवा कर सकते हैं।इस अवसर पर प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह ने अपने विचार अभिव्यक्त किया और एन.सी.सी. के बच्चों को अनुशासन और देशभक्ति की भावना को अपने जीवन में सबसे ऊपर रखने की बात कही ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के एन.सी.सी. अधिकारी दीपक कुमार ने बच्चों को सेना में अनुशासन , कर्त्तव्य परायणता, त्याग और बलिदान के महत्व को बताया।