कौशाम्बी,
डीएम ने निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर तेजी से भौतिक एवं वित्तीय प्रगति सुनिश्चित करने के दिये निर्देश,
यूपी के कौशाम्बी डीएम मधुसूदन हुल्गी ने सी0एम0आई0एस0 पोर्टल पर अंकित रू0-एक करोड़ से अधिक की लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।
डीएम ने सभी अधिशासी अभियंताओं/सहायक अभियंताओं को निर्देशित किया कि परियोजनाओं के निर्माण कार्य में आ रही समस्याओं का निस्तारण कराते हुए शत-प्रतिशत भौतिक एवं वित्तीय प्रगति सुनिश्चित किया जाय। निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देते हुए समय से निर्माण कार्य पूर्ण करायी जाय।
उन्होंने बैठक में कार्यदायी संस्था-सी0एण्ड0डी0एस0 के अधिशासी अभियंता एवं सहायक अभियंता के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी प्रकट करते हुए कार्यवाही के लिए एम0डी0 सी0एण्ड0डी0एस0 को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दियें। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को 30 अगस्त 2024 तक वित्तीय प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दियें, ताकि सीएम डैशबोर्ड में जनपद की रैकिंग और बेहतर हो सकें। उन्होंने कहा कि आगामी बैठकों में अधिशासी अभियंता अवश्य उपस्थित रहेंगे।
डीएम ने कार्यदायी संस्था उ0प्र0 जल निगम (नगरीय) की नगर पंचायत-चायल, कड़ाधाम एवं पूरब-पश्चिम शरीरा में पेयजल योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सहायक अभियंता को तेजी से प्रगति लाने तथा अधिशासी अभियंता के बैठक में अनुपस्थित रहने पर एम0डी0 जल निगम को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दियें।
उन्होंने कार्यदायी संस्था यू0पी0 सिड्को द्वारा जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय-ककोढ़ा, भरसवॉ, कोइलहा एवं करारी में कराये जा रहें प्रधानाचार्य आवास एवं ट्रॉजिट हॉस्टल के निर्माण कार्य में भौतिक प्रगति अपेक्षानुरूप न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए अधिशासी अभियंता के विरूद्ध कार्यवाही के लिए एम0डी0 यू0पी0 सिडको को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दियें।
डीएम ने सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फार फ्रूट एवं राजकीय पौधशाला बलीपुर टाटा में टाइप-3 आवास, माली आवास, बाउन्ड्रीवाल एवं सबमर्सिबल पम्प आदि के निर्माण कार्य में प्रगति की समीक्षा के दौरान वित्तीय प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए वित्तीय प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दियें। उन्होंने वृहद गौ-संरक्षण केन्द्र केसारी के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने/कार्य में रूचि न लेने पर अधिशासी अभियंता के विरूद्ध कार्यवाही के लिए शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दियें।
उन्हांने सिंचाई विभाग की परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान भौतिक प्रगति के सापेक्ष वित्तीय प्रगति न पाये जाने पर अधिशासी अभियंता सिंचाई को वित्तीय प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दियें। उन्होंने नलकूप विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियंता नलकूप द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने तथा बैठक में अनुपस्थित रहने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही के लिए शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दियें।
बैठक में अधिशासी अभियंता, जल निगम (ग्रामीण) ने बताया कि टेंवा पेयजल योजना कार्य समयान्तर्गत पूर्ण न होने के कारण अनुबन्ध में दिये उपबन्धों के अन्तर्गत अधीक्षण अभियंता द्वारा फर्म/ठेकेदार पर 1.5 प्रतिशत का आर्थिक दण्ड लगा दिया गया हैं। इसके अतिरिक्त ठेकेदार के विरूद्ध अनुबन्ध की शर्तों के अनुसार कार्यवाही की जा रहीं हैं। वर्तमान में योजना के उच्च जलाशय में डी0आई0 पाइप फिटिंग का कार्य प्रगति पर हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने वित्तीय प्रगति लाने के निर्देश दियें।
बैठक में प्रभारी सीडीओ सुखराज बन्धु एवं जिला अर्थ व संख्याधिकारी अजीत प्रताप सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।