कौशाम्बी,
संविधान दिवस पर एसपी पुलिसकर्मियों को दिलाई संविधान की रक्षा की शपथ,सभी थानों पर भी आयोजित हुआ शपथ कार्यक्रम,
यूपी के कौशाम्बी जिले में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन कौशाम्बी परिसर में राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गयी तथा उपस्थित समस्त पुलिस अधिकारी कर्मचारियो को भारत के संविधान के प्रस्तावना की शपथ दिलायी गयी।
एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने अपने सम्बोधन में भारतीय संविधान के संक्षिप्त विवरण के साथ मौलिक अधिकारों/कर्तव्यों के बारे में जानकारी दी तथा सभी को मौलिक कर्तव्यों का पालन करने हेतु प्रेरित किया। संविधान दिवस के अवसर पर सभी पुलिस अधिकारी/कर्मचारी समवेत स्वर में राष्ट्रीय गान के साथ राष्ट्रीय ध्वज व भारतीय संविधान के प्रति सम्मान प्रकट किया।
इसी क्रम में एसपी कार्यालय प्रांगण में एएसपी ,सभी सीओ द्वारा अपने- अपने सर्किल कार्यालयों में तथा समस्त थाना चौकियों/फायर स्टेशन आदि में सम्बन्धित प्रभारी द्वारा संविधान के प्रस्तावना की शपथ दिलाकर मौलिक कर्तव्यो से अवगत कराया गया।
संविधान दिवस के अवसर पर पलिस कर्मियों द्वारा ली गयी शपथ-
“हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व-सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिये तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिये दृढ़ संकल्प लेते हैं”।
भारतीय संविधान के मौलिक कर्तव्य :-
1. प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होगा कि वह संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रगान का आदर करें।
2. स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में सजोए रखें और उनका पालन करो
3. भारत की प्रभुत्ता, एकता और अखंडता की रक्षा करें।
4. देश की रक्षा करें।
5. भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें।
6. हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का महत्व समझे और उसका परीक्षण करो
7. प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और उसका संवर्धन करें।
8. वैज्ञानिक दृष्टिकोण और ज्ञानार्जन की भावना का विकास करें।
9. सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखें।
10. व्यक्तिगत एवं सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में उत्कर्ष की ओर बढ़ने का सतत प्रयास करें। 11. माता पिता या संरक्षक द्वारा 6 से 14 वर्ष के बच्चों हेतु प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना। (86 वां संशोधन द्वारा जोड़ा गया) का पठन कर शपथ दिलाया गया।