कौशाम्बी,
शिशिरोत्सव कार्यक्रम के पांचवें दिन दिखा कथक नृत्य,लोक गीत एवं गजल तथा हास्य कला और संस्कृति का अद्भुत संगम,
यूपी के कौशाम्बी जिले के भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी में इन्फोसिस फाउंडेशन बेंगलुरु एवं भारतीय विद्या भवन प्रयागराज केंद्र द्वारा आयोजित शिशिरोत्सव कार्यक्रम के पांचवें दिन कथक नृत्य, गजल,लोक गीत और कॉमेडी के माध्यम से कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि संदीप सक्सेना एवं विशिष्ट अतिथि नागा लक्ष्मी राव के मां सरस्वती के माल्यार्पण के साथ प्रारंभ हुई। इसके बाद नृत्यांगना पूजा अग्रवाल ने कथक नृत्य की पहली पेशकश दी,जिन्होंने ऑडिटोरियम में बैठे लोगों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
भारतीय विद्या भवन बेंगलुरु की संयुक्त निदेशक एवं आज के कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि नाग लक्ष्मी राव एवं गोविंद कुलकर्णी ने बताया कि कथक नृत्य उत्तर भारतीय शास्त्रीय नृत्य है जिसको कथक नृत्यिका पूजा अग्रवाल ने बेहतरीन एवं अत्यंत ही मनमोहक एवं अभूतपूर्व तरीके से किया।दर्शकों ने नृत्य का भरपूर आनंद लिया।
इसके अलावा, गजल गायक जलज श्रीवास्तव ने अपनी मधुर आवाज में गजल प्रस्तुति दी।गजल गायक की प्रस्तुति ने ऑडिटोरियम में बैठे समस्त श्रोता गणों को अद्वितीय अनुभव प्रदान किया।उनकी मधुर आवाज एवं गजलों की गहराइयों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में लोक गीत गायक उमेश कनौजिया एवं उनके ग्रुप द्वारा लोकगीत प्रस्तुत की गई।लोक गीत की विविधता हमारी संस्कृति की समृद्धि को दर्शाती है।गीतों के माध्यम से सभी दर्शकों को ये बताने की कोशिश की गई कि लोक गीतों का महत्व हमारी संस्कृति को बनाए रखने में है।
कार्यक्रम के अंत में, स्टैंडअप कॉमेडियन के रूप में अमित शर्मा ने अपनी हास्य भरी प्रस्तुति से दर्शकों को हंसा-हंसा कर लोटपोट कर दिया।कार्यक्रम के दौरान पूरा ऑडिटोरियम दर्शकों की तालियों से गुंजायमान रहा।
इस कार्यक्रम में भरवारी के विभिन्न क्षेत्रों से आए दर्शकों,छात्रों एवं अभिभावकों ने भाग लिया और कला और संस्कृति के इस अद्भुत संगम का आनंद लिया।
कार्यक्रम के बीच में भवंस मेहता विद्याश्रम भरवारी के कक्षा 8 के छात्र विष्णु गुप्ता ने योग एवं साधना के माध्यम से आंख पर काली पट्टी बांधकर किताबों को पढ़ दिया एवं हाल में बैठे लोगों के कपड़ों के रंगों को बताने लगा जो कि अत्यंत ही आश्चर्य कर देने वाली बात थी।छात्र के इस तरह के अदभुत कारनामे से ऑडिटोरियम में बैठे सभी लोगों ने खड़े होकर बच्चे की अदभुत कला का सम्मान किया एवं ताली बजाई।भवंस मेहता विद्याश्रम के इस छात्र को अनेकों प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुका है।
इन्फोसिस द्वारा इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए मुख्य अतिथि एवं निदेशक संदीप सक्सेना ने इन्फोसिस फाउंडेशन तथा बेंगलुरु से पधारी नागा लक्ष्मी राव, गोविंद कुलकर्णी एवं विजय पारीजा के विशेष योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया एवं बधाई दी, जिन्होंने इस कार्यक्रम को इतनी सफलता पूर्वक आयोजित करने में सहयोग प्रदान किया।आज के कार्यक्रम को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
ज्ञात हो कि उक्त कार्यक्रम 20 दिसंबर तक लगातार चलता रहेगा।कार्यक्रम के उपरांत समस्त कलाकारों एवं उनकी टीम को भवंस मेहता विद्याश्रम के सीनियर अध्यापकों में अवधेश मिश्र,विवेक केशरवानी,पूनम सिंह,साहिबा जरीन,विवेक शंकर चतुर्वेदी,शिवम केसरवानी,सूरज मिश्र एवं रवि नारायण उपाध्याय ने शाल देकर उनकी कला को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में मुख्यतः सोनी सक्सेना,भवंस मेहता डिग्री कॉलेज के प्राचार्य प्रबोध श्रीवास्तव,अवकाश प्राप्त प्रोफेसर सुशील श्रीवास्तव,भवंस महाविद्यालय के समस्त प्रोफेसर,हुबलाल इंटर कालेज के प्रबंधक वीरेंद्र केसरवानी, प्रधानाचार्य जीवन लाल चौधरी, जगदीश शिवहरे एवं भरवारी एवं आस पास के अनेकों गणमान्य लोग परिवार के साथ उपस्थित रहे।
प्रधानाचार्य अनिल कुमार मिश्र ने आए हुए समस्त कलाकारों,पत्रकार बंधुओं एवं समस्त दर्शकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में निरंतर सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया।