कौशाम्बी,
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने न्याय प्रणाली में दलित,पिछड़ा,शोषित,वंचित समाज के न्यायाधीशों की सहभागिता पर दिया बड़ा बयान,
यूपी के कौशाम्बी जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का कार्यक्रम में जोरदार स्वागत हुआ,उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शों को याद किया।
उन्होंने कहा कि पार्टी के संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल ने अपने आदर्श और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया था,अपना दल अंतिम पायदान पर खड़े लोगों की लड़ाई लड़ने का काम किया है,यूपी में हमारा प्रतिनिधित्व 13 की संख्या में पहुंचा है, यह हमारी मंजिल नहीं है, यूपी की विधान सभा से देश की संसद तक पहुंचना है।
उन्होंने इस दौरान न्याय प्रणाली,उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय में शोषित समाज की सहभागियों की वकालत की,उन्होंने सरकार से आयोग में संसोधन कर दलित ,पिछड़े और वंचित शोषित समाज के युवाओं को न्यायाधीश के रूप में शामिल करने की बात कही,उन्होंने कहा कि न्याय प्रणाली में कही भी दलित,शोषित समाज के युवक नहीं दिखाई पड़ते है।
उन्होंने उर्दू की सहभागिता की भी वकालत की,उन्होंने कहा कि अंग्रेजी भाषा का पूरी दुनिया में वर्चस्व है।उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग भज सरकार में रहे है उनको भी अपने समय में विधान सभा की कार्रवाई में उर्दू को शामिल करना चाहिए था।