कौशाम्बी,
दारानगर में श्रीराम कथा कॆ छठे दिन उमड़े भक्त, भक्ति के लिए श्रद्धा और विश्वास होना जरूरी: वेदांती जी महाराज,
यूपी के कौशाम्बी जिले के कड़ाधाम क्षेत्र के दारानगर के छोटी दरबार में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के छठे दिन शनिवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान कथावाचक स्वामी श्री पुंडरीकाक्षाचार्य वेदांती जी महाराज ने श्रीराम कथा के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि विश्वास, श्रद्धा और भक्ति से ही ईश्वर प्राप्ति संभव है। मां दुर्गे की आराधना मातृशक्ति की आराधना है। मां दुर्गा चारो वर्णों की मां है। शेर की सवारी का अर्थ है हिंसक प्रवृतियों पर सवारी और उसका दमन करना।विधा के साथ विवेक की भी आवश्यकता है। बिना विवेक के धन भी विनाशकारी है। भक्ति के लिए श्रद्धा और विश्वास दोनों का होना आवश्यक है। मानव जीवन भोग के लिए नहीं बल्कि योग के लिए है। मानव जीवन में विपत्तियों का सामना दृढ़ता पूर्वक करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संसार में ऐसा कोई मनुष्य नहीं है ,जिसे जीवन में कभी मुसीबतों का ,विपत्तियों का सामना न करना पड़ा हो।दिन और रात के समान सुख दुख का कालचक्र सदा घूमता ही रहता है। जैसे दिन के बाद रात्रि का आना अवश्यंभावी हैं वैसे ही दु:ख के बाद सुख का भी आना अनिवार्य है। जैसे सुवर्ण अग्नि में तपकर अधिक सतेज बनता हैं, वैसे ही धैर्यवान मनुष्य विपत्तियों का साहस के साथ सामना करते हुए जीवन संग्राम में विजय प्राप्त करता है।वही प्राचीन ठाकुर द्वारा मंदिर बड़ी दरबार में सवा करोड़ सीताराम जाप कार्यक्रम के मुख्य यजमान हनुमान प्रसाद केशरवानी रहे।पूज्य सुदर्शन जी महाराज फलाहारी बाबा के सानिध्य में 51 ब्राह्मणों के साथ सीताराम जाप के कार्यक्रम में विधिवत पूजा अर्चना के साथ जाप का कार्यक्रम किया गया।
कथा कार्यक्रम में आचार्य दीपक तिवारी ,आचार्य माधव नारायण त्रिपाठी, आचार्य प्रद्युम्न द्विवेदी, आचार्य बालकृष्ण,अभिजीत शुक्ला,धीरेंद्र सिंह थानाध्यक्ष कड़ाधाम,ब्रजेश करवरिया प्रभारी निरीक्षक सैनी .शिखर मिश्रा रवीमणि तिवारी सोमेश्वर तिवारी आनंद मिश्रा ,अशोक पांडेय, द्रोपद कुमार मिश्र, सभासद शिवम मिश्रा सहित सैकड़ो श्रोतागण मौजूद रहे।