कौशाम्बी,
बुद्ध पूर्णिमा पर कौशाम्बी में सात दिवसीय छायाचित्र प्रदर्शनी का हुआ आयोजन,लोगो और स्कूली बच्चों को बताए गए बुद्ध से जुड़े संदेश,
यूपी के कौशाम्बी जिले में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई, प्रयागराज द्वारा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एवं श्रीलंका राम बौद्ध विहार कौशाम्बी के सहयोग से मल्टीपरपज हाल में सात दिवसीय छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शनी भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण स्थलों एवं बौद्ध धर्म के पवित्र स्थलों पर आधारित है।
प्रदर्शनी में लुंबिनी, कपिलवस्तु, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, कौशाम्बी, श्रावस्ती, राजगीर, वैशाली, संकिसा, नालंदा, विक्रमशिला, लौरिया, नंदनगढ़, लौरिया अरेराज, रामपुरवा, केसरिया तथा सांची के लगभग 50 छायाचित्र लगाए गए। प्रदर्शनी का उद्घाटन श्रीलंकाराम बौद्ध विहार, कौशाम्बी के प्रबंधक टी० श्री विसुद्धि थेरो ने किया ।
इस अवसर पर भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन पर व्याख्यान का आयोजन भी किया गया । मुख्य वक्ता ने अपने व्याख्यान में भगवान बुद्ध के जीवन एवं उनके शिक्षाओं के बारे में विस्तार से बताया । मानवता के कल्याण के साथ ही समस्त जीव जगत के प्रति प्रेम, करुणा, सहअस्तित्व और सहिष्णुता की भावना भगवान बुद्ध की शिक्षाओं का आधार थी। वर्तमान परिस्थिति में बुद्ध की शिक्षाएं और भी प्रासंगिक हो जाती हैं ।
अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी प्रयागराज क्षेत्र डॉक्टर सुभाष चंद्र यादव ने तथा धन्यवाद ज्ञापन राजीव रंजन ने किया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। इसमें विजय बहादुर मौर्य, सीमा पाल, ज्योति सिंह, मंदाकिनी देवी, मुस्कान जैन, राजू केशरवानी, राहुल दुबे, निर्भय प्रजापति, दुर्गा प्रसाद आदि प्रमुख थे। यह प्रदर्शनी आम जनता के अवलोकनार्थ 17 मई, 2025 तक प्रात: 10:30 बजे से अपराह्न 4:30 बजे तक खुली रहेगी।