कौशाम्बी,
दारानगर की ऐतिहासिक रामलीला में गंगा पूजन का भावपूर्ण मंचन,
यूपी के कौशाम्बी जिले की धार्मिक नगरी दारानगर में चल रही रामलीला के की लीला में श्रीराम,लक्ष्मण और ऋषि विश्वामित्र द्वारा गंगा पूजन का अद्भुत दृश्य मंचित किया गया। यह पूजन हरवंशा स्थित जलाशय में संपन्न हुआ। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के मुख्य पुरोहित पंडित चंद्रिका प्रसाद मिश्र ने विधिवत गंगा पूजन कराया।
पंडित रेवती रमण पांडेय ने बताया कि इस प्रसंग में जब राम और लक्ष्मण ऋषि विश्वामित्र के साथ ताड़का वध के पश्चात मिथिला की यात्रा पर निकले तब मार्ग में उन्हें गंगा के दर्शन होते हैं। प्रभु श्रीराम के प्रश्न पर ऋषि विश्वामित्र गंगा के अवतरण की पौराणिक कथा सुनाते हैं।उन्होंने बताया कि गंगा भगवान विष्णु के चरणों के पसीने से उत्पन्न हुई थीं।राजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए कठोर तप किया, जिससे गंगा का पृथ्वी पर अवतरण संभव हुआ।भगवान शिव ने गंगा के वेग को अपनी जटाओं में समाहित कर धीरे-धीरे उन्हें धरती पर प्रवाहित किया।गंगा के पवित्र जल से राजा सगर के 60,000 पुत्रों का उद्धार हुआ, जो रसातल में भस्म हो गए थे।इस घटना के कारण गंगा को भागीरथी, त्रिपथगा, और जाह्नवी जैसे नामों से भी जाना जाता है।
ऋषि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को गंगा की महिमा बताते हुए कहा कि गंगा जल का स्पर्श सभी दुखों से मुक्ति दिलाकर स्वर्ग का मार्ग प्रशस्त करता है। थुलगुला गांव में देर रात तक भक्तों द्वारा गंगा पूजन किया गया।कमेटी के समस्त पदाधिकारी मौजूद रहे।रामलीला कमेटी के संरक्षक मूल प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि कल फुलवारी लीला होगी जिसका आयोजन श्री राम लीला कमेटी म्योहरा से संपन्न करेगी।