नाभि पर बाण लगते ही धू-धू कर जला रावण,लगे जय श्रीराम के जयकारे,ढोल नगाड़े के साथ निकला भरवारी का 100 साल पुराना भव्य रामदल

कौशाम्बी,

नाभि पर बाण लगते ही धू-धू कर जला रावण,लगे जय श्रीराम के जयकारे,ढोल नगाड़े के साथ निकला भरवारी का 100 साल पुराना भव्य रामदल,

यूपी के कौशाम्बी।ल जनपद के प्रमुख कस्बे भरवारी का ऐतिहासिक दशहरा मेला अपनी स्वर्ण जयंती मना रहा है,इस साल 16 अक्टूबर को दशहरा मेला,रावण वध और 17 अक्टूबर को भरत मिलाप,महिला मीना मेला और दंगल मेला आयोजित है।दशहरा मेला के पहले दिन गुरूवार की देर रात हनुमान जी की दिव्य मूर्ति के साथ भव्य रामदल निकाला गया।

रामदल की यह भव्य झांकी पुरानी बाजार स्थित हनुमत निकेतन प्रांगण से निकाला गया। इस दौरान एक झांकी में प्रभु श्री राम, लक्षण व हनुमान जी तो दूसरी झांकी में रावण माता सीता को लेकर निकला। भव्यता के साथ निकले इस भव्य रामदल का स्थानीय लोगों ने जगह जगह स्वागत किया। रामदल डीजे, ढोल, नगाड़े के साथ निकाला गया। पूरे नगर भ्रमण के बाद देर रात रामदल की झांकी मेहता रोड़ स्थित राम वाटिका परिसर में पहुंची, जहां राम व रावण की सेना के बीच भीषण युद्ध हुआ और प्रभु श्रीराम का बाण जैसे ही रावण की नाभि पर लगा, रावण धू-धू कर जलने लगा। रावण के मरते ही पूरा रामवाटिका परिसर जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।

कौशाम्बी जिले के भरवारी कस्बे के पुरानी बाजार के ऐतिहासिक दशहरा मेला का इस वर्ष 100 वीं वर्षगांठ है। ऐसे में रामदल के आगे आगे चलने वाली हनुमान जी की सैकड़ों वर्ष पुरानी श्रृंगार चौकी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। स्थानीय लोगों जगह जगह हनुमान जी चौकी रोक कर पूजा अर्चना कर प्रसाद भी चढ़ाया।

भरवारी कस्बे के दो दिवसीय ऐतिहासिक दशहरा मेला में लाखो दर्शकों की भीड़ होती है। ऐसे में मेले में सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख चौराहों, रेलवे क्रॉसिंग, रावण मैदान सहित अन्य सभी चौराहों पर भारी मात्रा में पुलिस फ़ोर्स के साथ साथ महिला कांस्टेबल भी तैनात रही।

राम दल में मुख्य रूप से रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जीतू केसरवानी, नया बाजार रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रवींद्र कुमार केसरवानी नितुल चौधरी,महामंत्री उपांशु केसरवानी, राजेश अग्रहरि,मेला संयोजक सुभाष चंद्र गुप्ता, पूर्व चेयरमैन गंगा प्रसाद केसरवानी उर्फ काले, पूर्व चेयरमैन कैलाश चंद्र केसरवानी, सभासद शंकर लाल केसरवानी, पितम्बर लाल केसरवानी, जगदीश शिवहरे, श्रीकृष्ण केसरवानी सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।

 

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor