कौशाम्बी: कालेज के वार्षिकोत्सव में पहुंचे भारत के CJI बी आर गवई छात्रों से बोले,आने वाला भारत कैसा हो यह आप लोगो पर निर्भर,
यूपी के कौशाम्बी जिले में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश विक्रम नाथ श्रीवास्तव के महेश्वरी प्रसाद इंटर कॉलेज के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने पहुंचे भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने छात्रों से कहा- कल का भारत कैसा रहेगा, ये आप पर निर्भर है। आप कैसी शिक्षा ले रहे हैं और क्या बनना चाहते हैं। महात्मा गांधी के विचारों को आदर्श मानते हुए आगे बढ़ें। हमें अपनी मिट्टी से जुड़कर रहना होगा। कौशाम्बी गौतम बुद्ध की धरती है। उन्होंने यहां से शांति, करुणा और दया का संदेश दिया। आज यह धरती उसी मार्ग पर चलकर आगे बढ़ रही है।
सीजेआई ने कहा- देश के संविधान में 14 साल तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा का अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट ने इसे मौलिक अधिकार माना है। शिक्षकों को ही बच्चों को आगे बढ़ाना है। यह आप सभी की जिम्मेदारी है कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में अपना योगदान दें। शिक्षा से ही समाज में बदलाव संभव है। यह भविष्य की कुंजी है।उन्होंने कहा कि मैं यहां पर चीफ जस्टिस नहीं, बल्कि जस्टिस विक्रम नाथ का बड़ा भाई होने के नाते आया हूं। विक्रम नाथ से हमारे कई साल पुराने संबंध हैं। मेरी उनसे पहली मुलाकात चित्रकूट के न्यायाधीश बनने के समय 2019 में हुई थी। उस समय वह इलाहाबाद के जज थे। एक कार्यक्रम में हम दोनों की मुलाकात हुई थी।
सीजेआई ने कहा- फिर हमारे भाइयों जैसे संबंध हो गए। तीन-चार साल पहले ही मैंने सोचा था कि मैं कौशाम्बी जरूर आऊंगा। फिर संकल्प लिया कि जब मैं चीफ जस्टिस बनूंगा, तब कौशाम्बी आऊंगा। मेरा यह संकल्प आज पूरा हुआ है।सीजेआई ने सार्वी सक्सेना की तरफ से कक्षा पांच तक के बच्चों के लिए रामायण पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया।सीजेआई ने स्कूल के मेधावी छात्रों को चेक देकर सम्मानित भी किया। सीजेआई ने जस्टिस विक्रमनाथ के घर खाना भी खाया। बता दें कि कॉजेल का नाम जस्टिस विक्रमनाथ के बाबा महेश्वरी प्रसाद के नाम पर है। उनके पिता देवेन्द्र नाथ श्रीवास्तव स्कूल के संस्थापक थे।
कार्यक्रम में इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अरुण भंसाली ने कहा-विक्रम जी ने अपने कॉलेज के बारे में बताते हुआ कहा था कि आपको एक बार अपने कॉलेज जरूर लेकर चलूंगा। वहीं इस कार्यक्रम के बहाने मुझे यहां आने का मौका मिला। इतने सारे बच्चों को एक साथ देखा और इन्हें एक्टिविटीज में भाग लेते देखा है। यहां के बच्चे मैथ और इंग्लिश समेत सभी विषयों में अच्छी शिक्षा ले रहे हैं। गवई साहब की उपस्थिति छात्रों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी। कॉलेज के संस्थापक को मेरा नमन है।
इस दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट और कौशाम्बी न्यायालय के कई न्यायाधीश,इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति संगीता श्रीवास्तव,कालेज के संस्थापक सहित तमाम लोग मौजूद रहे।








