कौशाम्बी,
वैचारिक आदान-प्रदान के साथ मनाया गया हिंदी पत्रकारिता दिवस,शाब्दिक शुद्धता व हिंदी के बेहतर लेखन के लिए हर माह कार्यशाला का सुझाव,
यूपी के कौशाम्बी जिले में मंझनपुर ब्लॉक परिसर सभागार में सोमवार को हिंदी पत्रकारिता दिवस बड़े जोश के साथ मनाया गया। पत्रकारों ने एक गोष्ठी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण पत्रकारिता पर विचार विमर्श किया। लेखन में शाब्दिक एवं वैचारिक शुद्धता के विषय पर गहनता से प्रकाश डाला गया। क्लब के अध्यक्ष व महामंत्री ने संगठनात्मक ढांचे को अधिक मजबूत करने की दिशा में जोर दिया।हिंदी पत्रकारिता के आधार स्तंभ पत्र उदंत मार्तंड को आदर्श मानते हुए 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस पत्रकारों ने मनाया। अपने विचार प्रस्तुत करते हुए पत्रकार संजय मिश्रा ने कहा, हिंदी पत्रकारिता में शाब्दिक गलतियां वर्तमान पत्रकारों में बड़े पैमाने पर देखने को मिलती है। जिसको सुधारने की नितांत आवश्यकता है।
वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने बोलते हुए कहा कि जिले में पत्रकार साथी संवाद हीनता के चलते एक दूसरे के बीच वैमनस्यता के भाव प्रकट करने लगे जिसे दूर करने की दिशा में संगठन को लगातार क्रियाशील रहकर गोष्ठी वैचारिक मंच एवं संवाद की स्थिति प्रेषित करनी चाहिए जिससे पत्रकारों के बीच संवाद हीनता की स्थिति पर विराम लग सके। प्रेस क्लब महामंत्री विमलेश शुक्ला ने बताया पत्रकारों को एक मंच पर आकर अपने सुख दुख साझा करनी चाहिए ताकि संगठन क्रियाशील स्थिति में रहे और पत्रकार हित की बात पुरजोर तरीके से उठाई जा सके वही गोष्ठी के समापन के मौके पर अध्यक्षीय भाषण करते हुए क्लब अध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने बताया, पत्रकार साथियों के सुझाव को स्वीकार कर संगठन को नई दिशा देने पर काम करने के लिए उन्होंने सहमति जताई साथ ही कहा कि गोष्ठी और समाज की स्थिति हर माह निरंतर बनाए रखी जाएगी। एक ऐसा मंच भी तैयार करने पर काम किया जा रहा है जिससे आने वाली पत्रकार पीढ़ी कुछ सीख सके और पत्रकारिता की गरिमा को पूर्व की भांति अक्षुड रख सके।
गोष्ठी के मौके पर प्रेस क्लब अध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा महामंत्री विमलेश शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार योगेंद्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार राकेश केसरी, वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र तिवारी, श्रवण पांडे, शमशाद अली वेद पांडे जया रिजवी सुशील गुप्ता मोनू नसीम अहमद निरंजन चौधरी शादाब, अमित शुक्ला अरविंद तिवारी अजय कुमार मौजूद रहे संगोष्ठी का संचालन सच्चिदानंद मिश्र वरिष्ठ पत्रकार ने किया।