राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस कार्यक्रम के लिए जनपद स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

कौशाम्बी,

राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस कार्यक्रम के लिए जनपद स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न,

यूपी के कौशाम्बी जिले में 20 जुलाई से शुरू होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के लिए विभागीय प्रतिभागियों को शनिवार को प्रशिक्षित किया गया| मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन व नोडल अधिकारी की अध्यक्षता में हुए प्रशिक्षण सत्र में ब्लॉक स्तरीय, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, बीसीपीएम एवं बाल विकास परियोजना कार्यक्रम सहयोगी मौजूद रहे।

प्रशिक्षण में डॉ हिन्द प्रकाश मणि ने बताया कि एल्बेंडाजोल एक कृमि नाशक (पेट के कीड़े) की गोली है। इसको लेने से बच्चों के पेट के कीड़े निकल जाते है। एक से दो वर्ष के बच्चों को आधी गोली पीसकर साफ पानी के साथ दिया जाता है। जबकि दो वर्ष से तीन वर्ष तक के बच्चों को एक गोली पीसकर दिया जाता है।
3 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों व किशोर किशोरियों को को यह दवा चबा चबा कर खानी है | 20 जुलाई को यह एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएगी जिसका क्रियावन शिक्षा विभाग एवं आईसीडीएस विभाग के जरिये किया जाएगा | साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवा मैनेजमेंट, रिपोर्टिंग फॉर्मेट आईइसी सामग्री प्रदान करते हुए सभी के सहयोग एवं समन्वय से कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा |उन्होंने बताया कि दवा सेवन से पहले थोडा बहुत खाना जरुर खाने की सलाह दी जाती हैं | 20 जुलाई को समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1 से 5 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों एवं 6 से 19 तक के स्कूल ना जाने वाले सभी बालक बालिकाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा दवा खिलाई जाएगी इसी प्रकार 06 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी छात्र छात्राओं को सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त प्राइवेट स्कूल में शिक्षकों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी ।डी.सी.पी.एम संजय कुमार ने बताया कि समस्त आशाओं द्वारा छह से 19 वर्ष तक के स्कूल ना जाने वाले बच्चों की सूची बनाकर आंगनबाड़ी केंद्र पर दवा खिलाने हेतु सहयोग प्रदान किया जाएगा | उन्होंने बताया कि इस बार 8 लाख बच्चो एवं किशोर किशोरियों को दवा खिलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं |अवधेश कुमार डी.आई.सी मैनेजर ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने सामने ही दवा खिलाई जानी है 1 से 2 वर्ष के बच्चे आधी गोली को पीस कर ले ताकि बच्चों को खाई जा सके, जबकि 2 से 19 वर्ष के बच्चों को चबाकर दवा खिलाई जानी है किसी भी दशा में दवा घर पर ले जाने के लिए नहीं दी जानी है उन्होंने बताया कि यदि बच्चे के साथ साथ कोई समस्या होती है तो घबराए नहीं अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराएं 102 / 108 नंबर पर डायल सहायता प्राप्त करें।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor