कौशाम्बी जनपद न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 15653 वादों का निस्तारण कर कुल 2,45,61,804 रुपए वसूले गए

कौशाम्बी,

जनपद न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 15653 वादों का निस्तारण कर कुल 2,45,61,804 रुपए वसूले गए,

यूपी के कौशाम्बी जनपद न्यायालय में उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान एवम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश के निर्देशन में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दावा दुर्घटना से संबंधित 21 वादों का निस्तारण कर प्रतिकर के रूप में 81,95,000 रुपए दिलाए गए।प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा 46 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया।अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम द्वारा 01,अपर जनपद न्यायाधीश सप्तम द्वारा 03 वादों का निस्तारण किया गया एवम दो हजार रुपए अर्थदंड भी वसूला गया।अपर जनपद न्यायाधीश नवम द्वारा 55 वादों का निस्तारण कर 1,28,000 रुपए अर्थदंड वसूला गया।अपर जनपद न्यायाधीश/त्वरित न्यायालय प्रथम द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण कर 4,000 रुपए रिकवरी कराई गई।वही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा कुल 1394 फौजदारी वादों का निस्तारण कर कुल 7,71,200 रुपए का अर्थदंड वसूला गया।अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/सिविल जज सीनियर डिवीजन द्वारा कुल 75वादों का निस्तारण कर 12,210रुपए का अर्थदंड आरोपित करने के अतिरिक्त 32,79,652 रुपए का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया।सिविल जज जूनियर डिवीजन द्वारा कुल 606 वादों का निस्तारण कर 99,700 रुपए का अर्थदंड वसूला गया।इसी प्रकार सिविल जज जूनियर डिवीजन/त्वरित न्यायालय प्रथम द्वारा कुल 124 वादों का निस्तारण कर 36,800 रुपए का अर्थदंड वसूला गया तथा सिविल जज जूनियर डिवीजन/त्वरित न्यायालय द्वितीय द्वारा कुल 249 वादों का निस्तारण कर 73,300 रुपए का अर्थदंड वसूला गया।जनपद के सभी राजस्व न्यायालयों द्वारा कुल 12,129 वादों एवम पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा 192 वादों को निस्तारित कर 3,95,248रुपए तत्काल जमा कराए गए।वही बैंक के ऋण वसूली 757 वादों का निस्तारण कर 1,48,44,346 रुपए तत्काल जमा कराए गए।इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 15653 वादों का निस्तारण कर कुल 2,45,61,804 रुपए वसूला गया।मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/जिला विधिक प्राधिकरण की सचिव आभा पाल ने सभी का आभार व्यक्त किया और लोक अदालत का समापन किया गया।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor