कौशाम्बी,
बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने से ही आएगी गुणवत्ता: डायट प्राचार्य,
यूपी के कौशाम्बी जिले के मंझनपुर विकासखंड में कंपोजिट विद्यालय कोतारी पश्चिम में डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में अभिभावक शिक्षक बैठक संपन्न हुई। बैठक में निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के अन्तर्गत विभिन्न हकदारियों आदि पर निगरानी की व्यवस्था एवं सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने तथा छात्र – छात्राओं के अधिगम स्तर, व्यवहार संबंधी रिपोर्ट, प्रगति एवं अन्य क्रियाकलापों को गति प्रदान किए जाने के उद्देश्य से आयोजित हुई।
बैठक में अभिभावकों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में छात्रों को निःशुल्क ड्रेस, जूता मोजा, स्वेटर, स्टेशनरी, बैग की धनराशि डी बी टी के माध्यम से अभिभावको के बैंक खाते में भेजने तथा विभिन्न कार्यक्रमों, योजनाओं यथा डी बी टी, विद्यालय में भौतिक अवस्थापना सुविधाए उपलब्ध कराने हेतु ऑपरेशन कायाकल्प के बारे में, दीक्षा एप के अधिकाधिक प्रयोग करने, क्यू आर कोड स्कैन करके शिक्षण सामग्री पढ़ने,निपुण लक्ष्य, शासन की नीतियों से अभिभावको अवगत कराया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य अनिल कुमार ने कहा कि प्रत्येक अभिभावक का यह कर्तव्य है कि वह अपने बच्चों को सुबह तैयार करके प्रतिदिन विद्यालय भेजें एवं वापस आने पर उनसे विद्यालय में पढ़ाए गए पाठ के बारे में जानकारी प्राप्त करें। इस प्रकार से बच्चों का शिक्षण अधिगम स्तर उच्च हो सकेगा।उन्होंने सभी महिला अभिभावकों को अपने बच्चों की शिक्षा हेतु तत्पर रहने को प्रेरित किया।
बैठक में डायट मेंटर विवेक श्रीवास्तव,नीतीश कुमार यादव, शबनम सिद्दीकी, ओमदत्त त्रिपाठी माया पति त्रिपाठी,अतुल प्रकाश प्रजापति, अनूप कुमार, कृष्णकांत तिवारी,सीमा मिश्रा,रामचंद्र,हेमा, किरन सिंह,संदीप निषाद सहित विद्यालय के समस्त स्टाफ व सैकड़ों अभिभावक मौजूद रहे।