संचारी रोगों एवं डेगॅू रोग पर नियन्त्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही सुिनश्चित करने के निर्देश

कौशाम्बी,

संचारी रोगों एवं डेगॅू रोग पर नियन्त्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही सुिनश्चित करने के निर्देश,

यूपी के कौशाम्बी जिले के मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी द्वारा संचारी रोग नियन्त्रण अभियान तथा डेगूॅ एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों के नियन्त्रण के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में बैठक की गई।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने संचारी रोगों एवं डेगू के नियन्त्रण के लिए अब तक की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम सम्बन्धित बी0डी0ओ0 एवं ई0ओ0 के साथ समन्वय कर साफ-सफाई, फागिंग एवं एन्टीलार्वा का छिड़काव कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि कहीं पर भी बीमारी फैलने की सूचना प्राप्त होती है जो तत्काल मेडिकल टीम भेजकर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जाय।

उन्होंने कहा कि साफ-सफाई, फागिंग एवं एन्टीलार्वा के छिड़काव के लिए रोस्टर जारी कर दिया गया है तथा न्याय पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारी भी नामित किया जा रहा है। उन्होंने सभी चिकित्साधिकारियों को संचारी रोगों एवं डेगॅू रोग पर नियन्त्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही सुिनश्चित करने के निर्देश दियें।

जिला मलेरिया अधिकारी ने जनपद में डेगूॅ की स्थिति एवं नियन्त्रण की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में कहीं पर भी समाचार पत्र या अन्य किसी माध्यम से बीमारी फैलने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकत्री आदि घर-घर जाकर लोगों को जागरूक भी कर रहीं हैं।

आशा कार्यकत्रियों आदि द्वारा आमजन को मच्छरों से बचाव के लिए दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवानें, नियमित मच्छरदानी का प्रयोग करनें, मच्छररोधी उपाय अपनाने, अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इकट्ठा न होने देंने, पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रखनें, पूरी बॉह वाली कमीज पैन्ट और मोजे पहननें, घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने देने, कूलर व गमलों आदि को सप्ताह में खाली कर सुखाने एवं गड्ढों में जहॉ पानी इकट्ठा हो, उसे मिट्टी से भर देंने आदि के प्रति जागरूक किया जा रहा हैं। इसी प्रकार संक्रामक रोगों से बचाव के लिए-नालियों में जलजमाव रोंकने एवं नियमित सफाई करने, जानवर बाडे़ घर से दूर रखने, जंगली झाड़ियों को नियमित साफ करने, चूहे/छछूंदरों से बचनें, पीने के लिए इण्डिया मार्का-2 के पानी का प्रयोग करने, खाने से पहले साबुन से हॉथ धोनें, खुले में शौच न करने तथा नियमित शौचालय का प्रयोग करने, कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखने एवं बच्चों को जे0ई0 के दोनों टीके लगवाने आदि के प्रति भी जागरूक किया जा रहा हैं।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor