यूपी के कौशाम्बी में भ्रष्टाचार:नगर पालिका अध्यक्ष की बिना स्वीकृति के ईओ ने दे दिया लखनऊ की फर्म को एक करोड़ का टेंडर

कौशाम्बी,

नगर पालिका अध्यक्ष की बिना स्वीकृति के ईओ ने दे दिया लखनऊ की फर्म को एक करोड़ का टेंडर,

यूपी के कौशाम्बी में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को अधिकारी ही पलीता लगाने में जुट हुए है,अधिकारी नियमों को दरकिनार कर ऐसी फर्मों को बिना अध्यक्ष के ही टेंडर स्वीकृत कर दे रहे है जिन्हे ऐसे कार्यों में पहले से ही शिकायते है,ऐसे में सरकार के विकास कार्यों पर भ्रष्टाचार हावी होता जा रहा है।

मामला जिले के मंझनपुर नगर पालिका का है जहा ईओ पर अध्यक्ष की अनुमति के बिना ही लखनऊ की एक फर्म को करोड़ रुपए का टेंडर देने का आरोप लगा है।

नगर पालिका कार्यालय के अंदर हो रही चर्चाओं पर यदि गौर करें तो कहा जा रहा है कि टेंडर ईओ साहब ने दिया है,लेकिन अध्यक्ष की स्वीकृति नहीं है। अब यदि इसमें जरा भी सच्चाई है तो कहीं ना कहीं सदर नगर पालिका के कार्यों में तमाम तरह के सवाल पैदा हो रहे हैं अब यदि ठेकेदारों के बीच हो रही चर्चाओं पर जाएं तो सुनने को मिल रहा है की नगर पालिका के ईओ द्वारा बाहरी फर्मों को टेंडर देकर उनसे काम कराया जा रहा है अब इस खेल में बाहरी ठेकेदारों से उनकी क्या साठ गांठ है यह तो स्पष्ट नहीं किया जा सकता है ।

बहरहाल कुछ भी हो चर्चाओं में कितना दाम है या तो जांच के बाद स्पष्ट होगा। लेकिन कुछ भी हो जिस तरह से चर्चाएं मिल रही हैं उनसे इतना तो अंदाजा लगाया जा रहा है कि नगर पालिका क्षेत्र व जिले के ठेकेदारों में इस बात को लेकर खासा आक्रोश है।यह भी चर्चा सुनने को मिल रही है की ईओ द्वारा सदर कोतवाली में सीसी रोड व इंटरलॉकिंग का कार्य सहित कई ऐसे कार्य हैं जो अपने चाहते फॉर्म को ठेका देकर कराया गया है।

यह फॉर्म किसकी है और इस फर्म में ईओ साहब का क्या रोल है यह तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। ऐसी फर्म की डीएम द्वारा जांच कराया गया तो फर्म के साथ-साथ ईओ साहब पर भी कार्यवाही हो सकती है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor