यूपी के कौशाम्बी के मुस्लिम आबादी वाले इस गांव में हिंदुओ का हुक्का पानी हुआ बंद,मस्जिद से फतवा हो गया जारी

कौशाम्बी,

यूपी के कौशाम्बी के मुस्लिम आबादी वाले इस गांव में हिंदुओ का हुक्का पानी हुआ बंद,मस्जिद से फतवा हो गया जारी,

यूपी के कौशाम्बी जिले के मुस्लिम बाहुल्य गांव में हिंदुओं का हुक्का पानी बंद कर दिया गया है। हिन्दू पक्ष का आरोप है कि मुस्लिम परिवार के लोगों को मस्जिद से ऐलान कर हिन्दुओं की दुकान से खरीदारी नहीं करने की हिदायत दी गई। साथ ही अपने निजी नलकूपों से पानी और निजी संसाधनों का उपयोग न करने देने की बात कही गई है।यादि कोई इसका उल्लंघन करता है तो मुस्लिम पक्ष ऐसा करने वाले व्यक्ति पर जुर्माना लगाएगा। मस्जिद से जारी फतवे के बाद हिन्दू परिवार में डर का माहौल है।

वहीं मुस्लिम पक्ष ने आरोप को खारिज कर अपनी निजी प्रयोग की वस्तुओं को किसी से न बांटने की बात स्वीकार की है। एसडीएम आकाश सिंह ने कहा गांव में सर्किल अफसर को भेज कर गांव के लोगों को भय मुक्त किया गया है, जो लोग भी इस तरह की हरकत में लिप्त हैं, उन पर अधिकतम मुचलके पर पाबंदी की कार्रवाई की जा रही है।

मामला पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के जफरपुर महावा गांव का है जहा आधी आबादी मुस्लिम और आधी आबादी हिन्दू परिवार की है। पिछले 10 दिन से गांव में हिन्दू व मुस्लिम पक्ष तनाव में जीवन जी रहे हैं। विवाद का कारण मंदिर के बगल में स्थित मुस्लिम परिवार अपने घर का दरवाजा निकालना चाह रहा था। हिन्दू परिवार के लोगों ने विरोध कर इस पर रोक लगाई।इस विवाद के कारण मुस्लिम समाज के लोग इकठ्ठे हो गए और मस्जिद में बैठक कर ऐलान किया कि कोई मुस्लिम परिवार अपने घर और निजी संसाधनों से हिन्दू परिवार को पानी नहीं देगा। हिन्दू परिवार के लोगों की दुकान से सामान की खरीदारी नहीं करेगा। निजी नलकूप से खेत को पानी दिए जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया ।

हिन्दू पक्ष के लोगो ने बताया कि मंदिर के बगल में मुस्लिम परिवार का घर है, वह मंदिर की तरफ दरवाजा कर रहे हैं, उन्हें डर है कि मुस्लिम परिवार के घर पर होने वाले समारोह मे मांस का प्रयोग होता है। जिससे मंदिर के पास गंदगी फैलेगी। इसके लिए मुस्लिम परिवार को दरवाजा करने से रोका गया। विरोध किया गया,जिसके बाद तहसील की राजस्व टीम ने भी मुस्लिम परिवार को दरवाजा करने से रोक दिया।इससे नाराज होकर मुस्लिम समाज के लोगों ने हिन्दू परिवार से रंजिश के कारण मस्जिद में बैठक कर फतवा जारी कर दिया। फतवे के अनुसार गांव का मुस्लिम समाज का कोई भी व्यक्ति हिन्दू परिवार की दुकान से कोई समान नहीं खरीदेगा और न ही कोई मुस्लिम व्यक्ति अपने निजी संसाधनों से हिन्दू पक्ष को खेत के लिए पानी देगा।

मुस्लिम पक्ष और मौजूदा प्रधान नसीर अहमद ने बताया कि गांव के सभी हिन्दू परिवार के लिए सामान खरीदने और पानी देने पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया। यह सिर्फ उन लोगों पर लागू है जो गांव में नेतागिरी कर धर्म के आधार पर विवाद करने की कोशिश कर रहे हैं। हम लोग न उनसे कोई लड़ाई करना चाह रहे हैं और न ही कोई मतलब रखना चाहते हैं।

इस मामले में SDM मंझनपुर आकाश सिंह ने बताया कि गांव में विवाद की स्थिति का पता चलते पर तत्काल थाना प्रभारी और सर्किल अफसर अभिषेक सिंह को मौके पर भेजा गया है। विवाद का कारण बन रहे लोगों को समझाया गया है। गांव में किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक उपक्रम से सामान के लेने और खरीद करने में प्रतिबंधित नहीं करने की हिदायत दी गई है। गांव के लोगों को विवाद की स्थिति से पहले 5-5 लाख रुपए के निजी मुचलके पर पाबंद किया गया है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor