कौशाम्बी में बहुत जल्द किसानों की आईडी बनाकर फार्मर रजिस्ट्री की जायेंगी तैयार,इंच-इंच भूमि का होगा रिकार्ड

कौशाम्बी,

कौशाम्बी में बहुत जल्द किसानों की आईडी बनाकर फार्मर रजिस्ट्री की जायेंगी तैयार,इंच-इंच भूमि का होगा रिकार्ड,

युपी के कौशाम्बी जिले में अभी तक किसानों की भूमि का एक जगह कोई रिकार्ड नहीं होता हैं,बहुत जल्द अब सभी किसानों की आईडी बनेगी। उनकी इंच-इंच भूमि का रिकार्ड बनाकर गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा, जिसमें किसान के नाम दर्ज भूमि का पूरा डाटा होगा। पारदर्शी व्यवस्था होने के साथ ही साथ भूमि को लेकर होने वाले फर्जीवाड़े को भी रोका जा सकेंगा।

यह जानकारी उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार तिवारी ने देते हुए बताया कि भूमि में हेराफेरी से सम्बन्धित मामले अधिक आते हैं। इसी व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए भूमि का रिकार्ड बनाया जायेंगा। इसके लिए उप कृषि निदेशक कार्यालय को नोडल बनाया गया हैं। कृषि, राजस्व व पंचायत विभाग के कर्मचारी सभी ग्राम पंचायतों में शिविर लगाएंगे, जिस दिन शिविर लगेंगा किसान आधार, खतौनी व मोबाइल नं० लेकर जरूर जाय। विभागीय कर्मचारी सबसे पहले ई-केवाइसी करेंगे। समान नाम व समान पिता के नाम से जुड़ी भूमि के खाते एक साथ किए जाएंगे। किसान ने जो भूमि खुद की बताई है, यह उसकी है या नहीं, रकबा कितना है, इसका सत्यापन लेखपाल पोर्टल पर करेंगे, लेखपाल इसमें संशोधन भी कर सकेंगे।

इसे दो चरणों में पूरा किया जायेंगा। पहला चरण-08 जुलाई से 08 अगस्त तक चलेगा। दूसरे चरण में इसे किसानों के लिए खोल दिया जाएगा। इसमें छूटे किसान स्वयं ऐप के जरिए या जन सुविधा केन्द्र में जाकर प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे। पूरी प्रक्रिया होने के बाद किसानों की आईडी बनाकर फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जायेंगी।

उप कृषि निदेशक ने बताया कि रजिस्ट्री और राजस्व में किसी दूसरे की जमीन को खुद की बताकर बेचने के मामलें आए दिन आतें हैं। किसानों का गोल्डन कार्ड बनने के बाद पूरा डाटा ऑनलाइन होगा। खरीद या बिकी के समय उसी गोल्डन कार्ड के जरिए भूमि के वारिस के बारे में आसानी से जाना जा सकेंगा। जमीन की बिक्री पर उतना हिस्सा बेचने वाले के कार्ड से कम हो जायेंगा। अभी तक इसमें कई माह या साल तक लग जाते हैं, लेकिन अब कुछ देर में ही दर्ज हो जायेंगी। आधार लिंक रजिस्ट्री तैयार होने से सरकार की सभी योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने में आसानी होगी।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor