कौशाम्बी,
कौशाम्बी में आबकारी विभाग का गजब कारनामा:जिले में 27 भांग की दुकानों का डेढ़ करोड़ लाइसेंस शुल्क,साल भर में बिकेगी कुल 15 लाख की भांग,
यूपी के कौशाम्बी जिले में आबकारी विभाग का गजब का कारनामा है,कौशाम्बी का आबकारी विभाग इस वर्ष 15 लाख की कीमत की भांग डेढ़ करोड़ रुपये के लाइसेंस शुल्क में बिकवाएगा। डेढ़ करोड़ रुपये भांग की दुकानों के लाइसेंसधारियों से लाइसेंस शुल्क के नाम पर सरकारी खजाने में जमा कराए जा चुके हैं। ऐसे में साफ है कि दुकानों पर सिर्फ भांग ही नहीं बल्कि, कुछ और भी बिकेगा। क्योंकि, अनुज्ञापी फीस की जो रकम जमा कर चुके हैं, उसे मुनाफे के साथ निकालने का हर संभव प्रयास करेंगे। जबकि डीएम-एसपी ने गांजा की बिक्री किए जाने पर कार्रवाई कराने की बात कही है।
कौशाम्बी जनपद में इस वित्तीय वर्ष में भांग की कुल 27 दुकानों का ठेका आवंटित किया है।जिले भर की भांग की दुकानों में साल भर के भीतर लगभग चार हजार किलो भांग बेचे जाने का कोटा निर्धारित किया गया है।मतलब इतनी भांग लाइसेंसधारी दुकानदारों को बेचनी ही है। भांग दुकानों से फुटकर में ही भांग बेची जाती है। बाजार में एक किलो भांग की फुटकर कीमत लगभग 400 रुपए है। इस हिसाब से देंखें तो चार हजार किलो भांग 15 लाख रुपये की होती है। जबकि, सभी दुकानों का ठेका लगभग डेढ़ एक करोड़ रुपये में हुआ है। लाइसेंस फीस की यह रकम अनुज्ञापी सरकारी खजाने में जमा कर चुके हैं।अब बड़ा सवाल यह है कि 14लग लाख रुपये की भांग को लाइसेंसधारी दुकानदार डेढ़ करोड़ में कैसे बेच पाएगा।
इस मामले में जब आबकारी अधिकारी राजेश प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लाइसेंसधारियों ने अपनी फीस जमा कर दी है। भांग की बिक्री के हिसाब से उनका कोटा बढ़ाया भी जाता है। किसी को भी भांग की दुकान पर गांजा बेचने की अनुमति नहीं है। दुकानों पर अनाधिकृत कार्य होता पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
वही इस मामले में एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भांग की दुकानों पर किसी भी कीमत पर अवैध सामग्री की बिक्री नहीं होने दी जाएगी।इसके लिए सभी थानाध्यक्ष को सख्त आदेश दिए गए की भांग की दुकानों पर अवैध सामग्री न बिकने दिया जाए,गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई करे।