नाबालिग बच्चे के अपहरण के चौथे आरोपी 25 हजार के इनामिया को पुलिस ने किया अरेस्ट

कौशाम्बी,

नाबालिग बच्चे के अपहरण के चौथे आरोपी 25 हजार के इनामिया को पुलिस ने किया अरेस्ट,

यूपी के कौशाम्बी जिले में सैनी कोतवाली क्षेत्र के कमासिन पहाड़पुर से 13 वर्षीय नाबालिक बच्चे का फिरौती के लिए अपहरण किया गया था। महज 12 घंटे में ही सैनी, करारी व एसओजी की सयुंक्त पुलिस टीमों ने घटना में सम्मिलित 03 बदमाशों को पुलिस मुठभेड में अरेस्ट कर नाबालिग बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया था। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने घटना में शामिल एक अन्य साथी के बारे में बताया था,साथियों के बारे में भी बताया गया था।एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने गठित टीमों को घटना में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे।

जिसके बाद मंगलवार को सैनी पुलिस ने अपहरण की घटना में शामिल वांछित आरोपी अरविन्द यादव उर्फ अभिषेक यादव पुत्र अमर सिंह यादव निवासी टेवा थाना मंझनपुर जनपद कौशाम्बी को ब्लैक स्कार्पियों से मंझनपुर से सिराथू आते समय नगियामई मोड़ के पास से अरेस्ट कर लिया,आरोपी की तलाशी में पुलिस ने 02 अवैध देशी तमंचा 315 बोर व 05 जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद किया है। एसपी ने आरोपी पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था।

पूछताछ के दौरान आरोपी अरविन्द यादव उर्फ अभिषेक यादव ने बताया कि मैं प्रापर्टी डीलिंग का काम करता हूँ। भारत लाल विश्वकर्मा की सगी मौसी मेरे घर के पास रहती थी। लगभग 10 वर्ष पूर्व तक भारत लाल विश्वकर्मा अपने मौसी के घर पर ही रहता था तभी से मैं उसे जानता पहचानता था और हमने कई बार उसकी आर्थिक मदद की है इसलिए वह मुझे बहुत मानता था और वह मेरे ऊपर विश्वास करता था। कुछ समय पहले भारत लाल विश्वकर्मा अपनी टेवा स्थित 03 बीघा 04 बिस्वा जमीन को बेचना चाहता था जिसकी चर्चा उसकी मौसी के लड़के शुभम विश्वकर्मा ने की थी और बेचवाने के लिये कहा था तो उसमें से 08 बिस्वा जमीन मैने खरीद ली थी तथा शेष जमीन मैने गुड्‌डू केशरवानी व विपिन केशरवानी को कुल 80 लाख रूपये में बेचवायी थी। मैने लालच में आकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर भारत लाल के लड़के का अपहरण कर फिरौती के रूप में रूपये लेने की योजना बनाई और योजना को सफल बनाने व डराने धमकाने के लिये असलहों की व्यवस्था की। मेरे उपर कोई शक न करें इसलिए मैं स्वयं प्रत्यक्ष रूप से सम्मलित न होकर अपनी बहन के सगे देवर गुड्डू कुमार यादव ग्राम अमूरा जो मेरे साथ प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था उसे योजना के बारे में बताया और वह इस अपहरण की घटना को अन्जाम देने के लिए मेरे साथ काम करने को तैयार हो गया। गुड्डू ने मुझे, सुभाष विश्वकर्मा, अमित कुमार व शिवबाबू मौर्या से मिलवाया। लगभग 20 दिन पहले मैने अपने घर पर सभी को खाने पर बुलाया और योजना के अनुसार अपहरण की घटना करने के लिये बात की। पैसा के लालच में सभी लोग अपहरण की योजना पर काम करने के लिये तैयार हो गये। 04 अप्रैल की रात को गुड्डू, सुभाष व शेरा मोटर साइकिल से, शिवबाबू कार से और मैं अपनी स्कार्पियो से एक साथ असलहों से लैस होकर बच्चे का अपहरण करने के लिए भारत लाल के घर के नजदीक पहुंचे। स्कार्पियो और कार को रोककर कुछ दूर पहले चौकन्ना होकर हम लोग खड़े हो गए तथा गुड्डू और सुभाष घर के अन्दर से बच्चे को उठाकर मोटरसाइकिल से लाए और कार के अन्दर बैठा दिया। हम सभी लोग सुरक्षित स्थान की ओर चल दिए। रास्ते में पुलिस की सक्रीयता और घेराबन्दी देखकर मैं पीछे से अपनी स्कार्पियो लेकर भाग गया था। पुलिस के सक्रीय हो जाने के कारण हम लोग अपनी फिरौती की योजना को अन्जाम तक नहीं पहुंचा पाए।

पूछताछ के दौरान आरोपी ने यह भी बताया कि हमारी योजना भारत लाल से 05-05 लाख रुपये करके कुल 25,00,000 /- (पच्चीस लाख) रुपये वसूल करने की थी।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor